उत्तर भारत के बड़े मंदिरों में शामिल प्रसिद्ध धार्मिक नगरी मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के पट आखिर 77 दिन बाद शुक्रवार को खुल ही गए। कोरोना गाइडलाइन का ध्यान रखते हुए मंदिर के महंत किशोरपुरी महाराज के सानिध्य में अलसुबह मंगला आरती हुई। मंदिर के पंडितों ने बालाजी महाराज का पंचामृत अभिषेक कर सोने का चोला चढ़ाया। इसके बाद श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश दिया गया।
बालाजी के दर्शन का समय शाम 4 बजे तक ही-
कोरोना महामारी के चलते 15 अप्रैल से ढाई माह बंद रहा आस्था धाम मेहंदीपुर बालाजी मंदिर को कलेक्टर के निर्देश के बाद श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है। यहां सुबह 5 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे। मंदिर खोले जाने की स्वीकृति को लेकर श्रद्धालुओं सहित कोरोना की मार झेल रहे होटल, धर्मशाला संचालकों व दुकानदारों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है।
कोरोना को देखते हुए ट्रस्ट ने किया पुख्ता बंदोबस्त-
राज्य सरकार द्वारा जारी की गई कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन हो, इसको लेकर मंदिर प्रशासन ने भी कमर कस ली है। ट्रस्ट द्वारा मास्क, सैनिटाइजर, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सख्ती से कराया जा रहा है। मंदिर में फूल- माला व प्रशाद ले जाने पर कड़ा प्रतिबंध लगाया गया है। इसके अलावा मंदिर प्रांगण में पुजारी व सेवादारों को मास्क लगाना अनिवार्य है। साथ ही मंदिर के सभी प्रवेश द्वार, निकास और कॉमन स्थानों पर थर्मल स्कैनिंग, हैंड वॉश, सैनेटाइजर की व्यवस्था भी की गई है।
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर बंद होने के कारण ढाई माह से बेरोजगार बैठे मेहंदीपुर बालाजी के होटल, धर्मशाला संचालकों, दुकानदारों व व्यापारियों में गुरुवार से बालाजी दरबार खोले जाने की घोषणा के साथ ही राहत की सांस ली है।
इससे पहले मंदिर खोलने को लेकर गुरुवार को मेहंदीपुर बालाजी मंदिर प्रबंधन व जिला प्रशासन के बीच हुई चर्चा के बाद कलेक्टर पीयूष सामरिया ने मंदिर के पट खोलने की अनुमति दी थी। कलेक्टर ने मंदिर कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करने के आदेश दिए हैं।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)