भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने राजस्थान हाउसिंग बोर्ड के प्रोजेक्ट इंजीनियर विजय कुमार को शुक्रवार को 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा। विजय कुमार ने रिश्वत टेक्निकल बिड का काम कराने के लिए परिवादी से मांगी थी। काम के बदले रिश्वत की राशि लेते हुए विजय कुमार को एसीबी ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
एसीबी की जयपुर देहात टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। पुलिस इंस्पेक्टर नीरज भारद्वाज ने बताया कि हाउसिंग बोर्ड में इलेक्ट्रिक ब्रांच में पद स्थापित प्रोजेक्ट इंजीनियर विजय कुमार के खिलाफ एक ठेकेदार ने करीब 10 दिन पहले एसीबी में शिकायत दर्ज कराई थी। इस शिकायत में ठेकेदार ने बताया कि उसने प्रताप नगर में बन रहे कोचिंग हब में इलेक्ट्रिक का ठेका लेने के लिए एक फाइल हाउसिंग बोर्ड में लगाई थी। इसके लिए बकायदा निविदा आमंत्रित की गई थी। इसी के टेक्निकल की जांच करने का जिम्मा विजय कुमार के पास था। इस टेक्निकल बिड के संबंध में फाइल पास करने के एवज में विजय कुमार ने 1 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। इसके बाद सत्यापन किया, जो सही निकला। ऐसे में शुक्रवार को उनके निवास पर कार्रवाई में विजय कुमार को 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
कार्रवाई के लिए जैसे ही एसीबी टीम हाउसिंग बोर्ड दफ्तर पहुंची, नियमित ड्यूटी पर आए कर्मचारी एक-एक कर वहां से भाग छूटे। कमरों में फाइलें पड़ी छोड़ गायब हो गए। एसीबी की कार्रवाई के दौरान दफ्तर के खाली होने की खासी चर्चा रही। बताया जा रहा है कि एसीबी अन्य कर्मचारियों से भी पूछताछ करेगी।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)