राज्यपाल की जीवनी पर उठे विवाद से कांग्रेस की अंदरूनी सियासत और ज्यादा गरमा गई है। बीजेपी ज्वाइन करने की अपील और कांग्रेस के विरोध वाले मुद्दों की तारीफ वाली राज्यपाल कलराज मिश्र की जीवनी के विमोचन समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जाने का मुद्दा दिल्ली पहुंच गया है। गहलोत विरोधियों ने प्रदेश प्रभारी अजय माकन के अलावा सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी तक यह मामला पहुंचाया दिया है। कांग्रेस की आपसी खींचतान के माहौल में किताब विवाद को नया मुद्दा दे दिया है।
बता दें कि 1 जुलाई को राज्यपाल की जीवनी के विमोचन समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत क्वारेंटाइन तोड़कर शामिल हुए थे। कांग्रेस में एक धड़ा अब इसका मुद्दा बन रहा है।पहले से पता होने के बावजूद मुख्यमंत्री विमोचन समारोह में गए। इस किताब पर उठे विवाद की चर्चा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी तक भी गई है। एआईसीसी में इस पूरे विवाद के दस्तावेज और किताब का कंटेंट स्कैन करके पहुंचाया जा चुका है। इस पर दिल्ली से लेकर जयपुर तक खूब सियासत हो रही है। स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा इस पूरे विवाद के बीच दिल्ली गए हैं। रघु शर्मा ने एआईसीसी के नेताओं से मुलाकात की है। रघु शर्मा के एआईसीसी जाने को इस विवाद से ही जोड़ कर देखा जा रहा है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का जानकारी से ही इनकार-
राज्यपाल की किताब को लेकर कांग्रेस में गहलोत विरोधी जयपुर से लेकर दिल्ली तक मुद्दा बना रहे हैं। कल से सियासी हलकों में जिस मुद्दे की सबसे ज्यादा गूंज है। उसके बारे में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने जानकारी से ही इनकार कर दिया है। गोविंद सिंह डोटासरा से जब राज्यपाल की किताब के विवाद और उसकी विमोचन में मुख्यमंत्री की मौजूदगी के बारे में पूछा गया तो, उन्होंने कहा कि मुझे इस मामले की जानकारी नहीं है। प्रदेश अध्यक्ष भले ही इस विवाद से किनारा कर रहे हो, लेकिन पार्टी के भीतर चल रही आपसी खींचतान में अब किताब विवाद भी जुड़ गया है।
सीएम ने भी साधी चुप्पी इस पूरे मामले पर-
राज्यपाल की किताब पर उठे विवाद और इसके कंटेंट के बारे में सब कुछ पता होते हुए भी विमोचन करने पर कांग्रेस के नेता सवाल उठा रहे हैं। इस पूरे मुद्दे पर सीएम अशोक गहलोत ने भी अब तक चुप्पी साध रखी है। सीएम की तरफ से इस मुद्दे पर कोई भी बयान या ट्वीट नहीं आया है।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)