-कृषि कानूनों के विरोध में किसान आज देश भर में रेल रोक रहे हैं। कई राजनीतिक दल भी हुए शामिल।
85 दिन पूर्व शुरू हुए कृषि आंदोलन में आज नया रूप देखने को मिला। कृषि कानूनों के खिलाफ आज किसानों ने रेल रोको आंदोलन शुरू किया है। जो कि शाम के 4:00 बजे तक चलेगा। इस प्रदर्शन में कई राजनीतिक दल भी शामिल हुए हैं। पटना में जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं ने तय समय से आधे घंटे पहले ही रेल रोकना शुरू कर दिया। रेल रोकने का समय 12:00 से 4:00 तक रखा गया है।
किसानों के रेल रोकने के ऐलान को देखते हुए देश भर में रेलवे प्रोटेक्शन स्पेशल फोर्स(RPSF) की 20 एक्स्ट्रा कंपनियां, यानी करीब 20 हजार जवान तैनात किए गए हैं। इनमें से ज्यादातर को पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में तैनात किया गया है। रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के DG अरुण कुमार ने प्रदर्शनकारियों से अपील की है कि वह शांतिपूर्वक प्रदर्शन करें। और ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को परेशान ना करें।
भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चंढूनी ने एक बार फिर कहा कि उनका संगठन किसानों के हितों के लिए लड़ रहा है। और नए कृषि कानूनों की वापसी तक अपने घरों को नहीं लौटेंगे। चंढूनी ने कहा कि देश भर में पंचायत और महापंचायत जैसे कार्यक्रमों के जरिए लोगों को बताया जाएगा कि केंद्र सरकार आम लोगों की नहीं बल्कि कॉरपोरेट्स की है।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)