जोधपुर के एक गरीब दामाद का रहन-सहन अमीर सास को पसंद नहीं आया। दामाद की गरीबी उसे असहज कर देती थी। इसलिए सास ने सुपारी देकर अपने दामाद को ही मरवा दिया। जोधपुर में 1 अगस्त को अंगनवा रोड नारायण पैलेस के आगे अज्ञात व्यक्ति की प्लास्टिक के कट्टे में बंद लाश मिली थी। लाश के सिर व चेहरे को पूरी तरह नष्ट किया गया था। जोधपुर पुलिस ने 3 दिन में इस ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करते हुए एक महिला को गिरफ्तार किया है। यह महिला मरने वाले युवक की सास है। पुलिस जांच में मृतक की पहचान मग जी घाटी निवासी विनोद ओड के रूप में हुई। जांच में सामने आया कि विनोद उसी दिन मदेरणा कॉलोनी स्थित अपने ससुराल गया था। सीसीटीवी फुटेज को खंगाला तो पता चला कि विनोद अकेला ही ससुराल गया था और अकेला ही लौटा। विनोद ने 4 साल पहले लव मैरिज की थी। वह मजदूरी करता था, जो उसकी सास को पसंद नहीं था।
5 लाख रूपए में हत्या की सुपारी दी-
थानाधिकारी सुरेश सोनी ने बताया कि 31 जुलाई की रात मृतक अपनी पत्नी से मिलकर ससुराल से निकला था। आरोपी जब्बर सिंह व धनराज उससे मिल रास्ते में मिल गए। जब्बर सिंह सिलाई की दुकान चलाता है। वह विनोद को अपनी दुकान में ले गया। जहां उसे शराब पिलाई गई। जब उसे नशा ज्यादा हो गया तो मारपीट की गई और पेचकस से लगातार कई बार हमला भी किया। इतने पर भी उसकी जान नहीं निकली तो रस्सी से गला धोंट दिया। इसके बाद शव को प्लास्टिक के कट्टे में डाल कर झाड़ियों में फेंक दिया। एक और आरोपी धनराज टैक्सी चलाता है। उसी की टैक्सी में शव को ले जाकर झाड़ियों में फेंका गया था।
सास को पसंद नहीं था गरीब दमाद-
मृतक विनोद ने 4 साल पहले ग्यारसी देवी की इकलौती बेटी से प्रेम विवाह किया था। ग्यारसी देवी के पति MES (मिलिट्री इंजीनियर सर्विस) से रिटायर है। और उनका निधन हो चुका है। ग्यारसी देवी को अच्छी पेंशन मिलती है। दुकानों का किराया भी आता है। दामाद मजदूरी का काम करता था। ऐसे में उनके निम्न रहन-सहन से सास नाखुश थी। बेटी के गर्भवती होकर पीहर आने के बाद वह दमाद से पीछा छुड़ाना चाहती थी। मंडोर थाना अधिकारी सुरेश कुमार सोनी ने बताया कि 1 अगस्त को इस ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करते हुए ग्यारसी देवी और अन्य दो आरोपी यो को गिरफ्तार किया गया है। और मामले में पूछताछ जारी है।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)