जयपुर – राजस्थान में गुर्जर आंदोलन ने दस्तक दे दी है | ऐसे में राजस्थान के खेल मंत्री अशोक चांदना ने गुर्जर आरक्षण आंदोलन के संदर्भ में एक बड़ा बयान दिया है उनके अनुसार जब गुर्जरों की सारी मांगे मान ली गई है तो ऐसे में अब आंदोलन नहीं किया जाना चाहिए | उनके अनुसार अगर किसी को दिक्कत है तो वह वार्ता से दूर की जा सकती है |
अशोक चांदना के अनुसार गुर्जरों में कोई गुट नहीं है, सभी एक साथ है | वार्ता चाहे पटरी पर हो या जयपुर में समाधान वार्ता से ही निकलेगा| उन्होंने सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि अशोक गहलोत सरकार गुर्जरों की हितेषी है | गुर्जरों को जो आरक्षण मिला है वह गहलोत सरकार की ही देन है| उन्हें नहीं लगता कि अब किसी भी तरह के आंदोलन की गुंजाइश है |
हाल ही में गुर्जरों के एक गुट द्वारा सरकार से वार्ता की गई जिसमें प्रमुख बिंदुओं पर सहमति बनी | सरकार और उक्त प्रतिनिधि मंडल द्वारा वार्ता को सफल बताया गया लेकिन गुर्जरों के नेता कर्नल बैंसला द्वारा सरकार की वार्ता के बाद बनाए प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया और आंदोलन की घोषणा कर दी| उसके पश्चात से ही बड़ी संख्या में गुर्जर समुदाय के लोग आंदोलन हेतु एकत्रित हो गए और रेल मार्ग को जाम कर दिया गया | गुर्जर नेता विजय बैंसला के अनुसार समझौते में कुछ भी नहीं है | ऐसे में अब देखना यह है कि सरकार इस संबंध में आगे क्या कार्यवाही करती है |
भानु प्रकाश शर्मा (मार्मिक धारा)
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)