जयपुर, जयपुर नगर निगम सुर्खियों में लगातार बना ही रहता है। चाहे वह महापौर का मामला हो या कोई अन्य मामला। इसी कड़ी में नगर निगम ने एक और निराला कार्य किया है। ग्रेटर नगर निगम की अनुमति पर हेरिटेज नगर निगम ने मोबाइल टावर लगवा दिया। यानी अनुमति दूसरे क्षेत्र की और टावर लगा दूसरे क्षेत्र में। गुर्जर की थड़ी स्थित चंपा नगर के लोग इसका विरोध कर रहे हैं लेकिन नगर निगम अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहे हैं।
गत माह 28 मार्च को हेरिटेज सीमा क्षेत्र में टावर लगाने के लिए ग्रेटर निगम ने विज्ञप्ति जारी कर दी। कॉलोनी वासियों ने विरोध किया तो काम बंद कर दिया। विरोध के बाद ग्रेटर निगम ने 20 अप्रैल को टावर की अनुमति निरस्त कर दी थी। 6 जून को हेरिटेज निगम ने ग्रेटर की विज्ञप्ति के आधार पर प्लॉट संख्या 224 में टावर लगाने की अनुमति दे दी। जबकि राजस्व अधिकारी गजेंद्र छाबड़ा लगातार यह कह रहे हैं कि अनुमति नहीं दी जाएगी। हालांकि छाबड़ा का कहना है कि टावर को निरस्त करने की प्रक्रिया चल रही है। फाइल आयुक्त कार्यालय में है। अब देखना है नगर निगम कौन सा नया कमाल करता है?
जयपुर नगर निगम का खेल है निराला।
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