अलवर सांसद महंत श्री बालक नाथ योगी
गत दिनों राजस्थान जालौर के रानीवाड़ा में 6 वर्षीय बालिका अंजलि की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए अलवर सांसद महंत श्री बालक नाथ योगी जी ने कहा कि यदि अंजलि को दो घूंट पानी मिल जाता, तो उसका जीवन बचाया जा सकता था। यह बड़ी दर्दनाक घटना थी ,आज के आधुनिक युग में पानी के लिए तरसते हुए एक छोटी बच्ची का दुनिया से चले जाना समस्त मानव समाज के लिए एक शर्मसार करने वाली घटना है।
हमें हमारे प्राचीन जल स्त्रोतों के संवर्धन और संरक्षण के तरफ लौटना पड़ेगा ,यदि रास्ते में कहीं जल स्रोत होते अथवा उसे कोई पानी पिला देता तो अंजली की जान बच सकती थी। प्रदेश सरकार को भी हमारे ऐतिहासिक जलाशय कुएं बावड़ी इत्यादि के संरक्षण के लिए प्रयास करना चाहिए । इस विषय में प्रदेश सरकार को जमीनी स्तर पर कार्य करना चाहिए।
अलवर जिले में भी ऐतिहासिक अनेक जल स्रोत है जो कि आज देखरेख के अभाव में खत्म हो चुके हैं यदि इनके संरक्षण और संवर्धन का प्रयास किया जाए तो वर्षा जल का भरपूर संचयन हो सकता है। प्रकृति के संसाधन हमारे पास सीमित मात्रा में है और इनका सदुपयोग ही मानव जीवन को आने वाले वर्षों में बचाने वाला सिद्ध होगा। हमें वर्षा जल संरक्षण ऐतिहासिक कुएं बावड़ी इत्यादि के विषय में इस कार्य करने की आवश्यकता है।
इसके लिए सामाजिक संगठनों को पहल करनी चाहिए हम कैसे अलवर जिले में पेयजल की समस्या को खत्म कर सकते हैं इस विषय में आमजन अपने सुझाव भी हमें भेज सकते हैं। उपयोगी सुझाव एकत्रित कर उस पर कार्य योजना बनाकर समस्या से निपटने का प्रयास किया जाएगा। आमतौर पर देखा गया है कि पेयजल किल्लत का एक बड़ा कारण पानी का दुरुपयोग , वर्षा जल का संचयन नहीं हो पाना और पानी का अनियंत्रित रूप से लोगों तक पहुंचना है।
कहीं आवश्यकता से अधिक पानी उपलब्ध है तो कहीं पीने का पानी भी उपलब्ध नहीं है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार इन सब बातों को समझते हुए हर घर नल जल योजना से सभी घरों को जोड़ने का प्रयास कर रही है जिससे कि पानी पर्याप्त मात्रा में सभी तक पहुंच सके और पेयजल की किल्लत दूर हो सके। अलवर जिले के अनेकों गांव को इससे लाभ मिलने लगा है अन्य गांव को भी जल्द ही मिलेगा।
कुमार गौरव शर्मा
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)