किसान आंदोलन के बीच सोशल मीडिया को लेकर सरकार की सख्ती के चलते ट्विटर ने 500 अकाउंट हमेशा के लिए सस्पेंड कर दिए हैं। सरकार ने ट्विटर को कई विवादित अकाउंट और हैशटैग हटाने का नोटिस दिया था। इसके जवाब में ट्विटर ने एक्शन लिया। सोशल मीडिया कंपनी ने बुधवार को जानकारी दी कि जिन अकाउंट को सस्पेंड किया गया है, वह कंपनी की पॉलिसी का वाॅयलेशन कर रहे थे।
ट्विटर के मुताबिक पिछले हफ्तों में हुई हिंसा की घटनाओं को देखते हुए आपत्तिजनक कंटेंट वाले हेशटैग की विजिबिलिटी भी कम कर दी गई है। साथ ही कहा कि दिल्ली में रिपब्लिक डे को हुई हिंसा के बाद भारत में अपने नियमों को लागू करवाने के लिए जो कदम उठाए जा रहे हैं, उनके बारे में रेगुलर अपडेट दे रहे हैं।
ट्विटर ने यह भी बताया कि कुछ अकाउंट ऐसे भी हैं, जिनमें भारत में ब्लॉक किया गया है। लेकिन वह दूसरे देशों में एक्सेस रहेंगे। साथ ही यह भी कहा ‘फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन को प्रोटेक्ट करते हुए न्यूज़ मीडिया, पत्रकार, एक्टिविस्ट और पॉलिटिशियन से जुड़े किसी अकाउंट पर एक्शन नहीं लिया गया है। क्योंकि हमें नहीं लगता कि सरकार ने जो निर्देश दिए हैं, वह भारतीय कानून के मुताबिक हैं।’
सूत्रों के मुताबिक सरकार ने 2 दिन पहले ट्विटर से 1178 पाकिस्तानी – खालिस्तानी अकाउंट हटाने को कहा था। सरकार का कहना था कि इन अकाउंट के जरिए किसान आंदोलन से जुड़ी गलत जानकारियां और भड़काऊ कंटेंट फैलाया जा रहा है। ट्विटर ने बताया कि पिछले 10 दिनों में मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आईटी की तरफ से कई आदेश मिले थे। जिनमें विवादित अकाउंट ब्लॉक करने के लिए कहा गया था। इसके साथ ही ट्विटर का कहना है कि ओपन इंटरनेट और फ्री एक्सप्रेशन को मजबूती देने वाली वैल्यूज़ के लिए दुनिया भर में खतरा पड़ रहा है।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)