“झालावाड़ में कई गांव जलमग्न:-“
हाल ही में कोटा, बारां, बूंदी, सवाई माधोपुर के बाद अब प्रकृति ने कहर झालावाड़ पर बरपाया है। झालावाड़ में लगातार दो दिनों से हो रही बारिश से बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। कई गांवो का संपर्क जिला व तहसील मुख्यालय से कट गया है। भारी बारिश के चलते बारां झालावाड़ मेगा हाईवे ठप हो गया है। झालावाड़ को मध्य प्रदेश से जोड़ने वाले कई मार्ग बंद हो गए हैं।
बीते 24 घंटे में झालावाड़ के भीमसागर क्षेत्र में 230mm (9 इंच) पानी व खानपुर में 172 mm (7 इंच) आने से हालात और खराब हो गए हैं।
खानपुरा मनोहर थाना में भी बाढ़ के हालात बन गए हैं। यहां छोटी-छोटी सहायक नदियों का पानी शहरों, कस्बों में घुस आया है। कानपुर में रूपाली नदी में तेज पानी आने के कारण कई खेत जलमग्न हो गए हैं।
बारिश के बिगड़ते हालात के कारण जिला प्रशासन अलर्ट मोड़ पर है। आपदा प्रबंधन की टीमों को रेस्क्यू ऑपरेशन में लगा दिया गया है।
“प्रशासन ने बांधों को खोला:-”
भारी बारिश के चलते पिपलाज, छापी, राजगढ़, कालीसिंध बांध के गेट खोल कर पानी छोड़ना शुरू कर दिया है। काली सिंध के 5 गेटों को 3 मीटर तक खोलकर 76000 क्यूसेक पानी निकाला जा रहा है। छापी बांध के छह गेट खोलकर 15600 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। भीम सागर बांध के पांच गेट खोलकर 36000 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। चमोली और जागरण बांध से भी पानी छोड़ा जा रहा है।
विकास शर्मा (मार्मिक धारा)