नई दिल्ली, दिल्ली पुलिस में कहा कि 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान दिल्ली में हुई हिंसा के मामले में अभियुक्त दीप सिद्धू को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही दिल्ली पुलिस ने बताया कि सिद्धू की गिरफ्तारी के लिए 1लाख रुपए के इनाम की घोषणा की गई थी। 26 जनवरी को प्रदर्शनकारियों का एक वर्ग किसान ट्रैक्टर परेड के निर्धारित मार्ग से अलग हो गया और लाल किले पर पहुंच गया । वहां उन्होंने लाल किले पर निशान साहिब (सिखों का परंपरागत केसरिया झंडा) और किसानों के हरे पीले झंड़े को फहराया। जब यह घटना हुई तब दीप सिद्धू वहां मौजूद था और वीडियो बना रहा था। इसके बाद से ही दीप सिद्धू चर्चा का विषय बन गया।
आइए अब आपको दीप सिद्धू के बारे में परिचय देते हैं। दीप सिद्दू सितंबर 2020 में किसान आंदोलन में शामिल हुए और जल्द ही सोशल मीडिया पर काफी ध्यान आकर्षित करने में कामयाब हुए।
सिद्धू का अंग्रेजी में पुलिस अधिकारियों के साथ बहस करने का एक वीडियो भी वायरल हुआ था। जिसमें उन्हें यह कहते सुना जा सकता है कि “यही क्रांति है। अगर वह मुद्दे की गंभीरता को नहीं समझते हैं तो यह क्रांति इस देश और दक्षिण एशिया की भू राजनीति को परिभाषित करेगी।”
इस वीडियो के बाद दीप सिद्धू राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में आ गया। लेकिन सभी किसान संगठनों ने दीप सिद्दू से दूरी बना ली। सामाजिक कार्यकर्ता और पेशेवर वकील सिमरजीत कौर गिल ने किसान संगठनों के इस फैसले का समर्थन किया और उन मुद्दों पर प्रकाश डाला जिनसे उन्होंने ऐसा करने का निर्णय लिया था। लेकिन दीप सिद्दू सभी को यह बता रहे हैं कि वह किसानों के लिए और किसान नेताओं के नेतृत्व में इस आंदोलन में शामिल हैं तथा सिंधु बॉर्डर पर अपना खुद का मंच बना लिया है। दीप सिद्दू अपने सोशल मीडिया पर जरनैल सिंह भिंडरावाले के बारे में पोस्ट करते रहते हैं। जिसकी वजह से किसान संगठनों ने उन से खुद को दूर कर लिया है। किसान संगठनों ने दिल्ली की सीमाओं बढ़ने का आह्वान किया वहीं दूसरी ओर दीप सिद्धू ने वापस जाने को कहा।
सोमवार को दीप सिद्धू और लक्खा सिधाना ने सिंधु बॉर्डर के मुख्य मंच कहा वह दिल्ली के अंदर जाएंगे और पुलिस और संगठनों की ओर से तय मार्ग के अलावा मार्च करेंगे।
इसके बाद मंगलवार को प्रदर्शनकारी किसानों का एक दल लाल किले पर पहुंचा और दीप सिद्धू को वहां देखा गया। दीप सिद्धू ठीक उसी जगह मौजूद थे। जहां लोगों ने लाल किले पर झंडा लहराए और उन्होंने उसी जगह अपना एक वीडियो भी बनाया।
दीप सिद्धू ने लाल किले की घटना के बाद रात को फेसबुक लाइव के माध्यम से अपना स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने कहा,”हमने कोई झंडा नहीं उतारा , बल्कि अपना निशान साहिब और किसान मजदूर एकता का झंडा वहां लहराया । यह संगत का गुस्सा था। ना कि मेरे अकेले की कार्रवाई। मेनै किसी को आगे नहीं बढ़ाया। यह सब जोश हॉर्स में हुआ। किसी को उकसाया नहीं गया।
दीप सिद्धू के देओल परिवार के साथ संबंधों को लेकर सिद्धू और सनी देओल के अलग-अलग बयान हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दीप सिद्धू की तस्वीरों के आधार पर । सिद्धू पर भाजपा और आरएसएस के एजेंडे को आगे बढ़ाने के भी आरोप लगाए हैं। वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने भी दीप सिद्धू की उन तस्वीरों को ट्वीट किया है। जिनमें वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के साथ देखे जा सकते हैं।
दीप सिद्धू ने अपने पुराने फेसबुक लाइव वीडियो में यह दावा किया था। वह अभिनेता सनी देओल के चुनाव अभियान के दौरान भाजपा से जुड़े थे। उन्होंने भाजपा के बड़े नेताओं से मुलाकात भी की थी।दीप सिद्धू की फेसबुक प्रोफाइल पर वरिष्ठ अभिनेता सनी देओल के पिता धर्मेंद्र और सनी के भाई बॉबी देओल के साथ भी उनकी तस्वीरें हैं। लाल किले की घटना के बाद अभिनेता सनी देओल ने उनके और उनके परिवार और बीफ सिद्दू के बीच किसी भी संबंध से इनकार करते हुए ट्वीट किया है। देओल ने लिखा “आज लाल किले में जो हुआ उसे देख कर मैं बहुत दुखी हूं। मैंने 6 दिसंबर को ट्विटर पर पहले ही स्पष्ट कर दिया था की ना तो मेरा और ना ही मेरे परिवार का दीप सिद्दू से कोई संबंध है। उन्होंने कहा था दीप सिद्दू जो चुनाव के समय मेरे साथ थे लंबे समय से मेरे साथ नहीं है वह जो कर रहे हैं अपनी मर्जी से कर रहे हैं। मेरा उनकी किसी भी गतिविधि से कोई लेना-देना नहीं है।”
दीप सिद्धू की पारिवारिक पृष्ठभूमि यह है। उनका पैतृक गांव उदेरकरण है। जो पंजाब के मुक्तसर साहिब जिले में पड़ता है। बठिंडा में रहने वाले दीप के चाचा विधि सिंह ने बीबीसी को बताया कि वे 6 भाई थे। दीप के पिता सरदार सुरजीत सिंह पेशे से वकील थे। उन्होंने कहा कि सुरजीत सिंह के तीन बेटे हैं। जिनमें से नवदीप सिंह इस समय कनाडा और मनदीप कानून की पढ़ाई कर रहे हैं जबकि दीप दिल्ली में किसान आंदोलन में है। उन्होंने बताया उनका परिवार खेती करता है। लेकिन दीप के पिता एक वकील के रूप में लुधियाना में कानून का अभ्यास करते थे। लगभग 3 साल पहले उनकी मृत्यु हो गई थी। आगे विधि सिंह ने बताते हुए कहा दीप कानून की पढ़ाई करने के लिए महाराष्ट्र के पुणे गया था और उसके बाद वह मुंबई में बस गया वहां पर भी उसने कानून का अभ्यास शुरू कर दिया। मुंबई में वह अच्छी तरीके से बस गया था। दीप ने बालाजी फिल्म्स के लिए वकील के रूप में काम किया। धीरे-धीरे वह देओल परिवार के करीब हो गया। यहीं से दीप ने फिल्मी दुनिया में प्रवेश किया। दीप शादीशुदा और उनके एक बेटी है। देओल परिवार से निकटता के कारण ही जब सनी देओल ने गुरदासपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ा तो दीप सिद्धू ने उनका पूरा साथ दिया।
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)