राजस्थान में जालौर जिले के लाछडी़ गांव में बोरवेल में फंसे बच्चे को गुरुवार देर रात सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। रेस्क्यू में लगी एनडीआरएफ की टीम को कामयाबी नहीं मिल पाई। इस पर स्थानीय माधाराम ने रात करीब 2:30 बजे अनिल को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। माधाराम ने करीब 25 मिनट में ही बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाला। यह रेस्क्यू ऑपरेशन करीब 16 घंटे तक चला। बोरवेल में यह बच्चा गुरुवार सुबह गिर गया था और 90 फुट गहराई पर जाकर फस गया था।
बता दें कि घटना लाछड़ी गांव में नगाराम देवासी के खेत की है। जहां नया बोरवेल खुदवाया गया था। कच्चे बोरवेल को ऊपर से तरारी से ढका हुआ था। गुरुवार सुबह करीब 10:15 नगाराम का 4 साल का बेटा अनिल खिलते हुए बोरवेल के अंदर झांकने लगा। इस दौरान संतुलन बिगड़ा और वह अंदर जा गिरा। निकट ही खड़ा परिजन उसे अंदर गिरते हुए देख जोर से चिल्लाया, तब तक काफी देर हो चुकी थी।
बच्चा ऊपर से नजर आ रहा था। इसके बाद उसे बचाने के लिए प्रयास शुरू किए गए। रस्सी के सहारे कैमरा और पानी की बोतल भी बच्चे तक पहुंचाई गई। 8 घंटे बाद एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। गांव के लोगों ने पहले देसी जुगाड़ से बच्चे को निकालने की कोशिश की। उन्होंने 10 फीट ऊपर तक बच्चे को खींचा भी, लेकिन वह छूट गया और वापस वही पहुंच गया।
अजमेर और गांधीनगर से आई एनडीआरएफ की टीम को रेस्क्यू ऑपरेशन में कामयाबी नहीं मिली, तो बच्चे के परिजनों और लोगों ने जिला कलेक्टर से निवेदन किया कि स्थानीय व्यक्ति माधाराम की मदद ली जाए। इस पर करीबन 1:55 पर रेस्क्यू वापस शुरू किया और 2:20 पर ही बच्चे को बाहर निकाल लिया गया।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)