लोगों के बैंक खाते से रुपए निकालने के लिए साइबर ठग हर बार नया तरीका अपनाते हैं। ऐसा ही एक और मामला सामने आया है। जयपुर शहर के कोतवाली इलाके में जहां साइबर ठग ने एक युवक के दोस्त को गुरुजी बनकर फोन किया और झांसा देकर 55000 रूपए का ऑनलाइन ट्रांजैक्शन कर खाता साफ कर दिया। ठगी का पता चलने पर पीड़ित ने कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
रिपोर्ट के मुताबिक ठगी की वारदात खजाने वालों का रास्ता, चांदपोल बाजार निवासी खुशाल शर्मा के साथ हुई। रिपोर्ट में बताया गया है कि 10 मई को उसके मोबाइल पर फोन आया। फोन करने वाले व्यक्ति ने बताया कि वह खुशहाल के दोस्त आदित्य का गुरुजी बोल रहा है। आदित्य ने हीं तुम्हारा मोबाइल नंबर मुझे दिया है। शातिर ठग ने खुशहाल से कहा कि उसका अकाउंट बंद हो गया है। इसलिए मेरे बैंक खाते में कुछ रुपए ट्रांजैक्शन करने हैं। तब खुशाल को विश्वास में लेने के लिए सायबर ठग ने क्यूआर कोड भेजें। जिस पर कुशाल ने ठग को पहले 5 रूपए का ट्रांजैक्शन किया। इसके बदले में ठग ने भी कुशाल के खाते में 10 रूपए भेजें।
पीड़ित के मुताबिक ठग ने दोबारा पीड़ित युवक को क्यूआर कोड भेजा और कहा कि रुपए ट्रांजैक्शन करने में नेटवर्क की प्रॉब्लम आ रही है। इस तरह बहाने बनाकर खुशाल से पहले 2 बार में 25-25 हजार रुपए और फिर 5000 रूपए का ऑनलाइन ट्रांजैक्शन अपने खाते में करवा लिया।
इस तरह 55000 रूपए ट्रांजैक्शन होने के बाद खुशहाल ने ठग को फोन पर संपर्क करने की कोशिश की तो, उसका मोबाइल फोन बंद आने लगा। तब संदेह होने पर उसने अपने दोस्त आदित्य को फोन पर बातचीत की तो पता चला कि किसी भी गुरुजी को उसने मोबाइल नंबर नहीं दिए थे। तब ठगी का पता चलने पर युवक ने परिजनों के साथ कोतवाली थाने पहुंचकर केस दर्ज कराया।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)