कोरोना काल में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी थमने का नाम नहीं ले रही है। रविवार को शिप्रापथ थाने में इंजेक्शन की कालाबाजारी करने के आरोप में कमिश्नरेट की सीएसटी टीम व शिप्रापथ थाना पुलिस ने रविवार रात को 3 मेल नर्सों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार हुए आरोपी दिनेश खटीक टोडारायसिंह, राकेश प्रजापत बांदीकुई दौसा व सोनू मीणा बाड़ी धौलपुर का रहने वाला है।
दिनेश न्यू सांगानेर रोड स्थित स्पर्श हॉस्पिटल में मेल नर्स, सोनू मीणा मानसरोवर स्थित टैगोर हॉस्पिटल में मेल नर्स व राकेश प्रजापत होम केयर का मेल नर्स है।
सूचना मिलने के बाद इंस्पेक्टर रविंद्र प्रताप सिंह और शिप्रा पथ थाना अधिकारी महावीर सिंह राठौड़ के नेतृत्व में गठित दो टीमों ने लोकेशन के आधार पर टैगोर हॉस्पिटल के पास युवक राजेश को गिरफ्तार किया, तो उसके पास दो इंजेक्शन मिले। राकेश से पूछताछ में सामने आया कि वह इंजेक्शन दिनेश ने दिए हैं। वह 30 हजार रुपए प्रति इंजेक्शन के हिसाब से किसी को बेचने के लिए आया हुआ है।
टीम द्वारा आरोपी दिनेश से पूछताछ में सोनू का नाम सामने आने पर सोनू को भी पकड़ लिया गया। गिरोह में एक और मेल नर्स की तलाश अभी जारी है। पकड़े गए बदमाशों के मोबाइल की जांच में पिछले 10 दिन की चैट मिली है। जिसमें गिरोह की रेमडेसिवीर इंजेक्शन और ऑक्सीजन खरीदने-बेचने की बातें हैं।
पूछताछ में यह भी सामने आया कि इस गिरोह से शहर के कई निजी हॉस्पिटल के डॉक्टर भी जुड़े हुए हैं। इनके बारे में भी पूछताछ की जा रही है। आरोपियों ने बताया कि यह इंजेक्शन कुछ समय पहले प्राइवेट हॉस्पिटल से लिए गए हैं। उसके बाद इंजेक्शन पर सरकार ने सख्ती की तो पैसे बढ़ाकर बेचने लगे।
पुलिस द्वारा शुरुआती जांच में सामने आया कि आरोपी रेमडेसिवीर इंजेक्शन और ऑक्सीजन बेचने के लिए निजी अस्पतालों में काम करने वाले मेल नर्स पर कुछ कर्मचारियों ने गिरोह बना रखा है। जिसमें कुछ लोग इंजेक्शन और ऑक्सीजन की व्यवस्था करते हैं। और कुछ लोग जरूरतमंदों को तलाश करके महंगे भाव में बेचते हैं।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)