नई दिल्ली—-भारत में ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजनेका की कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड को बना रही है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने यह ऐलान किया है। कि वह विदेश निर्यात करने से पहले देश की जरूरतों को पूरा करेगा। कंपनी के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा कि वह निर्यात से पहले 2 महीनों में भारत की अपनी तत्काल मांग को पूरा करने की कोशिश करेंगे। जैसा कि आपको पता है भारत में सीरम इंस्टिट्यूट की कोविशील्ड के अलावा भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी है।
सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा कि भारत सरकार की शुरुआती 100 मिलियन खुराक की आपूर्ति के बाद ही कोविशील्ड वैक्सीन का निर्यात संभव हो सकता है। भारत सरकार सिर्फ यह सुनिश्चित करना चाहती है कि देश के कमजोर लोगों को यह वैक्सीन पहले मिल जाए। पूनावाला ने कहा कि मैं सरकार के इस फैसले का पूरा समर्थन करता हूं।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कहा कि वह भारतीय औषधि नियामक से मंजूरी मिलने के बाद आने वाले हफ्तों में देश में कोविशील्ड वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए तैयार है। पूनावाला ने ट्वीट कर कहा है कि सभी को नव वर्ष की शुभकामनाएं। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने टीके के भंडारण के लिए जो जोखिम उठाए, अंततः उसका फल मिल रहा है। भारत का पहला कोविड-19 टीका कोविशील्ड आगामी सप्ताह में टीकाकरण के लिए स्वीकृत, सुरक्षित, प्रभावी रूप से तैयार है।
कंपनी ने पहले ही टीके के लगभग 5 करोड खुराक का स्टॉक तैयार कर लिया है और अगले साल मार्च तक हर महीने 10 करोड़ खुराक बनाने का लक्ष्य रखा गया है। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की एक कोविड-19 विषय विशेषज्ञ समिति (एस ई सी) द्वारा प्रस्तुत सिफारिशों के आधार पर डी सी जी आई द्वारा किन दो टीमों के आपात उपयोग की मंजूरी दी गई है।
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)