Friday, May 2, 2025
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पिछले 25 सालों से लगातार जिला परिषद की सदस्य रही लीला मदेरणा छठी बार लड़ेगी चुनाव-

by marmikdhara
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ग्रामीण विकास में पिछले 25 वर्षों से भागीदारी निभाने वाली मदेरणा परिवार की बहू लीला मदेरणा इस बार भी जिला परिषद के सदस्य के रूप में चुनाव लड़ रही हैं। पति के जिला प्रमुख रहते हुए भी पत्नी लीला मदेरणा जिला परिषद की सदस्य थी। यही नहीं पिछले चुनाव में मां-बेटी दोनों एक साथ सदस्य रहे। बेटी दिव्या मदेरणा जिला परिषद सदस्य रहते हुए ही विधायक का चुनाव लड़ा और जीतकर विधानसभा पहुंची।

1994 में प्रदेश में पंचायत राज व्यस्था के दौरान जिला परिषद का गठन हुआ। शुरुआत से ही लीला मदेरणा जिला परिषद सदस्य के रूप में चुनी जा रही है। मदेरणा परिवार बहुचर्चित भंवरी अपहरण हत्या मामले में फंसा। इस दौर में भी लीला मदेरणा की राजनीतिक सक्रियता बरकरार रही।

लीला मदेरणा के पति महिपाल मदेरणा जोधपुर प्रमुख रह चुके हैं-

लीला के पति महिपाल मदेरणा भी जोधपुर के जिला प्रमुख रह चुके हैं। जिला प्रमुख बनने के बाद ही उन्होंने विधायक का चुनाव लड़ा था। वे राज्य में गहलोत सरकार में जल संसाधन मंत्री बने थे। लेकिन भंवरी देवी अपहरण हत्याकांड के चलते उनका कार्यकाल बतौर मंत्री पूरा नहीं हो सका।

लीला मदेरणा के ससुर परसराम मदेरणा कांग्रेस के कद्दावर नेता थे-

लीला मदेरणा के ससुर व महिपाल मदेरणा के पिता परसराम मदेरणा कांग्रेस के कद्दावर जाट नेता थे। 1958 में यह कांग्रेस के मुख्यमंत्री के दावेदार भी थे। परसराम मदेरणा ही अशोक गहलोत को राजनीति में लाए थे। पिता के साथ बेटा महिपाल भी राजनीति में सक्रिय रहा। मदेरणा परिवार की तीसरी पीढ़ी दिव्या मदेरणा परिवार के राजनीतिक कैरियर को आगे बढ़ा रही हैं।

गत परिषद में मदेरणा परिवार था दबदबा-

जिला परिषद के पिछले चुनाव में जिला प्रमुख भाजपा की अनिता चौधरी थी। लेकिन लीला मदेरणा के साथ उनकी बेटी दिव्या मदेरणा भी बतौर जिला परिषद चुनाव जीतकर परिसर पहुंची थी। दिव्या ने जिला परिषद सदस्य रहते हुए ही विधायक का चुनाव लड़ा और उसके बाद जीतकर विधानसभा पहुंची। उन्होंने जिला परिषद सदस्य से त्यागपत्र दिया था।

भंवरी अपहरण- हत्याकांड मामले में फंसा परिवार-

एएनएम भंवरी देवी अपहरण व हत्या मामले में वर्ष 2011-12 में मदेरणा परिवार भी भंवर में फंस गया। तत्कालीन जल संसाधन मंत्री रहे महिपाल मदेरणा इस केस में जेल पहुंच गए। प्रदेश की राजनीति में भूचाल लाने वाले इस केस ने मदेरणा परिवार को हिला कर रख दिया। तब से अब तक इस मामले में महिपाल मदेरणा जेल में ही बंद है।

अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)

हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा) www.Marmikdhara.in.(Hindi)
     www.Marmikdhara.com(English)

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