जयपुर, नगर निगम जयपुर ग्रेटर की मेयर सौम्या गुर्जर को हटाने के मामले में मचे सियासी उबाल ने राजस्थान की राजनीति को हिला कर रख दिया है। शुक्रवार को वायरल हुए वीडियो और ऑडियो के बाद राज्य की राजनीति के साथ-साथ इसके संबंध अब केंद्र से भी जोड़ते हुए नजर आ रहे हैं। उसका कारण यह है कि जो ऑडियो वायरल हुआ है उसमें दो केंद्रीय मंत्रियों के नाम भी आ गए हैं। वही वीडियो में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े एक बड़े कार्यकर्ता का फोटो आने के बाद बवाल मच गया है। दूसरी तरफ ऑडियो वीडियो के बाजार में आने के बाद BVG कंपनी ने जो सफाई दी है। उससे भी बवाल मच रहा है।
कंपनी ने ऑडियो वीडियो से संबंधित यह जवाब दिया है।
BVG कंपनी ने वीडियो ऑडियो पर सफाई देते हुए कहा कि वीडियो में जो चर्चा चल रही थी वह केवल कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (CSR) के तहत प्रताप गौरव केंद्र को दिए जाने वाले सहयोग के बारे में है और उसी दौरान हुई बातचीत के गलत संदर्भ में जोड़ा जा रहा है। कंपनी का बोर्ड ही तय करता है किCSR फंड का पैसा कहां हो और कैसे खर्च किया जाएगा? यदिCSR फंड की बात थी भी तो राजाराम गुर्जर और लिंबाराम किस हैसियत से बात कर रहे थे?
कंपनी का स्पष्टीकरण
वीडियो ऑडियो जो दिखाया गया है। लिंबा राम और राजा राम गुर्जर क्या वे दोनों निगम कंपनियां जिस संस्था के लिए फंड मांगा जाना बता रहे थे उसमें कोई पदाधिकारी हैं? यदि कंपनी की बात सही मान ली जाए तो यह भुगतान के बदले ब्लैकमेलिंग हुई। कंपनी के खंडन में ही मुलाकात और बात दोनों शामिल हैं। ऐसे में अब राजनीति गलियारों में यह कयास लगाए जा रहे हैं कि मामले में जो दोनों केंद्रीय मंत्री और आर एस एस के एक बड़े पदाधिकारी का नाम सामने आ रहा है तो ऐसे मामले को मैनेज करने के लिए कंपनी ने अपना स्पष्टीकरण जारी किया है।
यह सारा मामला बिलों की पेमेंट से जुड़ा हुआ है।
यह पूरा घटनाक्रम कंपनी के बिलों की पेमेंट से जुड़ा हुआ है। कंपनी अपने बकाया 276 करोड रुपए के भुगतान के लिए हर संभव प्रयास कर रही थी, लेकिन डील नहीं बैठी तो यह सब घटनाक्रम चला। सूत्रों के अनुसार कंपनी ने उच्च स्तर पर वीडियो बनवाए और उसे बाजार में जारी करवाया, मामले में जब तूल पकड़ा और केंद्रीय मंत्रियों के नाम सामने आया तब स्पष्टीकरण जारी किया।
दूसरी तरफ सांगानेर थाने में भी प्राथमिकी दर्ज।
सूत्रों के द्वारा ऐसा बताया जा रहा है कंपनी ने नगर निगम से ही पेनड्राइव या अन्य संसाधन के जरिए इन ऑडियो और वीडियो को वायरल करवाया है। सौम्या गुर्जर के पति राजाराम ने देर रात सांगानेर थाने में जो एफ आई आर दर्ज करवाई है, उसमें बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधि संदीप चौधरी व अन्य के खिलाफ आरोप लगाए गए हैं। राजाराम ने कहा है कि यह ऑडियो वीडियो नगर निगम के उपायुक्त राजस्व की कमरे के बाहर किसी स्थान पर रखकर मीडिया में उपलब्ध करवाए गए हैं।
आज कोर्ट में होगी सुनवाई।
मेयर सौम्या गुर्जर के निलंबन के मामले में आज हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। सुनवाई से पहले ऑडियो वीडियो वायरल होने के मामले से हड़कंप मच गया है। क्योंकि सौम्या गुर्जर ने मेंयर रहते हुए नगर निगम आयुक्त यज्ञ मित्र सिंह के खिलाफ कंपनी से मिले होने और भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए थे। अब सोमिया गुर्जर इस ऑडियो वीडियो के आने के बाद फंसी हुई नजर आ रही हैं। क्योंकि इस ऑडियो वीडियो में उनके पति राजाराम गुर्जर कंपनी से भुगतान की एवज में 10 परसेंट कमीशन भुगतान पर डील करते नजर आ रहे हैं।
ऑडियो वीडियो से सौम्या गुर्जर खिलाफ जाता हुआ मामला।
इस ऑडियो वीडियो के वायरल होने के बाद अब सौम्या गुर्जर पर इस्तीफे का दबाव बढ़ गया है। सूत्रों के अनुसार भाजपा संगठन और जयपुर के कुछ विधायक इस मामले में उल्टे सौम्या के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। ऐसे में संभावना यह जताई जा रही है सौम्या अपना इस्तीफा दे सकती है।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)