राजस्थान राज्य के पूर्व राज्यपाल अंशुमान सिंह का आज निधन हो गया। अंशुमान सिंह उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद स्थित अस्पताल में भर्ती थे, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। 86 साल की अंशुमान सिंह के निधन पर कई नेताओं और मंत्रियों ने शोक जताया और परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनके बड़े पुत्र अरुण प्रताप सिंह से फोन पर बात कर परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। राज्य सरकार ने उनके निधन पर 1 दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। आज 1 दिन के लिए सभी सरकारी दफ्तरों में छुट्टी रखी गई है। विधानसभा में सभी विधायकों ने 2 मिनट का मौन रखकर अंशुमान सिंह को श्रद्धांजलि दी।
सरकार के राज्य शोक घोषित करने के साथ ही आज तमाम जगहों पर राष्ट्रीय ध्वज को भी आधा झुका दिया। वहीं मुख्यमंत्री सहित सरकार के सभी राजकीय कार्यक्रम भी रद्द कर दिए गए। गहलोत ने सोशल मीडिया पर संवेदना व्यक्त करते हुए लिखा “राजस्थान और गुजरात के राज्यपाल के रूप में कार्य करने वाले न्यायमूर्ति अंशुमान सिंह के निधन पर मेरी हार्दिक संवेदना है। न्यायपालिका और सार्वजनिक जीवन में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। भगवान इस नुकसान को सहन करने के लिए अपने परिवार के सदस्यों को शक्ति दे।
पूर्व न्यायमूर्ति अंशुमान सिंह ने 1999 में राजस्थान राज्य के राज्यपाल का पदभार संभाला था और 2003 तक इस पद पर रहे थे। इससे पहले गुजरात के राज्यपाल भी रह चुके हैं। वर्ष 1976 में इलाहाबाद उच्च न्यायालय में सरकारी वकील के रूप में नियुक्त हुए थे। साल 1984 में हुए इलाहाबाद उच्च न्यायालय में न्यायाधीश नियुक्त हुए व 1994 में वरिष्ठ न्यायाधीश के रूप में राजस्थान उच्च न्यायालय में स्थानांतरित किए गए थे। वह वर्ष 1994 से 1997 तक वह चार बार कार्यवाहक राज्यपाल के रूप में भी पदभार ग्रहण किया।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)