पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे 8 मार्च को भरतपुर आ रही है। वह गोवर्धन में अपना जन्मदिन मनाएंगी। उनके गिरिराज जी के दर्शन, धार्मिक कार्यक्रम से ज्यादा चर्चा राजनीतिक है। माना जा रहा है कि इस कार्यक्रम के जरिए पूर्वी राजस्थान से प्रदेश की राजनीति में फिर से सक्रिय होने का आगाज करेगी वसुंधरा राजे। इसलिए राजे समर्थक नेता सक्रिय हो गए हैं।
बुधवार को पूर्व पर्यटन मंत्री कृष्णेन्द्र कौर, पूर्व विधायक अनीता सिंह, पूर्व सांसद बहादुर सिंह कोली सहित राजे समर्थक कई नेता ओपन मीटिंग में शामिल हुए। लेकिन मीटिंग में पूर्व विधायक विजय बंसल सहित बयाना के पूर्व विधायक बच्चू सिंह बंशीवाल, प्रदेश कार्य समिति सदस्य ऋषि बंसल और कुम्हेर के पूर्व विधायक मनोज सिंह की उपस्थिति चौंकाने वाली थी। पूर्व विधायक विजय बंसल को पार्टी ने नगर निगम में हार के बाद पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निष्कासित कर दिया था। उन्हें राजे समर्थक माना जाता है। जिस समय बंसल के खिलाफ कार्रवाई हुई, उस समय राजे की राजनीतिक गतिविधि ठंडे बस्ते में थी। इसलिए पूर्व विधायक बंसल का बचाव नहीं हो पाया और उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता देखना पड़ा। लेकिन राजे की पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद राज्य समर्थकों में उत्साह और उम्मीद की किरण फिर से जाग गई है।
इसलिए बुधवार को मीटिंग में प्रमुख नेताओं ने उत्साह से भाग लिया। लेकिन पार्टी पदाधिकारियों ने दूरी बना कर रखी है। खासकर प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के खास समझे जाने वाले जिला अध्यक्ष डॉक्टर शैलेंद्र सिंह, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य जवाहर सिंह, शिवानी दायमा आदि शामिल नहीं हुए। इस संबंध में पूर्व जिला महामंत्री शिवराज सिंह तमरोली ने बताया कि यह एक ओपन मीटिंग थी। पूर्व सीएम राजे पार्टी के सीनियर लीडर है, उनके जन्मदिन का कार्यक्रम है। सभी को आना चाहिए। मीटिंग में राज्य के कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है। 7-8 मार्च को आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश भर के लोग शामिल होंगे।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)