सबकी खुशियों के अलग अलग पैमाने होते हैं जो सबसे अलग होते हैं।आज की भागदौड़ भरी जीवन शैली में आमतौर पर लोग खुश रहना ही भूल गये हैं।हर समय बस जीने की तैयारी चलती रहती है और हम उसी जद्दोजहद में जीना ही भूल जाते हैं।सबके सब एक अंधी दौड़ में भागे फिरते हैं, बिना ये सोचे कि ये रास्ता जाता कहाँ हैं?हमारे जीवन का उद्देश्य आखिर क्या है?भविष्य की जिस खुशी के लिए हम वर्तमान को दांव पर लगाते हैं, अंततः वो खुशी तो मिलती ही नहीं।हमे आदत बनानी चाहिए कि बड़ी खुशियों का इंतजार करने की बजाय छोटी छोटी खुशियों में ही खुश हो लें।हर किसी के जीवन मे ये छोटी छोटी खुशियां आती रहती हैं।तो देर किस बात की,उन कामों की सूची बनाइए,जो आपको खुशी दे ।और लग जाइए उन्हें पूरे करने में।अपनी खुशी के लिए किसी बड़े धमाके का इंतजार करना व्यर्थ साबित हो सकता है।क्योंकि जीवन का कोई भरोसा नही है।आज है, कल नहीं भी हो सकता है।ये भी हो सकता है कि जीवन तो रहे लेकिन कुछ अक्षमताएं हों।फिर सिवाय अफसोस के कुछ हासिल नहीं होने वाला।फिर जल्दी से अपनी बकेट लिस्ट बनाइए और लग जाइए उसे पूरा करने में।वे काम जिन्हें करने में खुशी मिलती हो।मेरी ये लिस्ट तो इस प्रकार है आप भी बनाइए।
1 किताबें, उपन्यास ,पत्र पत्रिकाएं पढ़ना।
2.गाने सुनना।
3 गाना गाना।
4 कुछ भी रोमांचक करना।
5 प्रकृति के करीब रहना।
6 कुछ देर अकेले रहके चिंतन करना।
7 अपने मन के भावों को लिखना।
8 अपने मनपसंद लेखकों की फेसबुक पोस्ट को पढ़ना।
9 अपने पसंदीदा तरह तरह के खाने को खाना।
10 किचन में कुछ नया ट्राय करना।
11 विभिन्न तरह के सेमिनार,संगोष्ठी आदि में शिरकत करना।
12 कुछ करीबी लोगों से फोन पर लम्बी बातचीत।
13 अपनी पसन्द की फिल्में देखना।
14 जिससे विचार मिले और आत्मीयता महसूस हो,उसके साथ समय बिताना।
15 किसी की जिज्ञासा शांत कर उसका पथ प्रदर्शन करना।
16 यात्राएं करना।
17 पर्यटन स्थलों ,ऐतिहासिक इमारतों का दीदार करना।
18 कभी कभी चाय ,कॉफी, सूप के कप,फलों के रस को पीने से भी बहुत तात्कालिक खुशी मिलती है।
19 पुरानी फोटोज देखना।
20 अकेले बैठ कर अच्छी यादों को फिर से जीना।
21बच्चों के साथ लुका छिपी और अन्य खेल खेलना।
22 रक्तदान करना।
23 किसी जरूरतमंद के काम आना,किसी की सहायता करना।
24 कभी कभी तारीफों से भी मन प्रफुल्लित होता है।
25 किसी प्रतियोगिता में जीत मिलना आदि आदि।
भानु प्रकाश शर्मा (मार्मिक धारा)
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)