नई दिल्ली, इतने दिनों की खामोशी के बाद अब कांग्रेस भी खुले रुप से किसान आंदोलन में कूद पड़ी है। नये कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को कांग्रेस ने अपना समर्थन दिया है। शुक्रवार को पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने किसानों पर हुए हमले को देश पर हमला बताया है। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों ने राजधानी दिल्ली में ट्रैक्टर परेड का आयोजन किया था। जिसके बाद हिंसा भड़क गई थी। फिलहाल पुलिस ने कुछ किसान नेताओं समेत उपद्रवियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा,”किसानों पर भरोसा देश की सबसे बड़ी पूंजी है। वहीं उन्होंने कहा, उनका भरोसा तोड़ना अपराध है। उनकी आवाज न सुनना पाप है। उन्हें धमकी देना बड़ा पाप है। आगे कहते हुए उन्होंने कहा,”किसानों पर हुआ हमला देश पर हमला है। तथा उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी देश को कमजोर करने के आरोप लगाए हैं। और आगे कहा,”मैं प्रधानमंत्री से निवेदन करती हूं कि देश को कमजोर न करें।”
72वे गणतंत्र दिवस के दौरान किसान केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में ट्रैक्टर रैली का आयोजन कर रहे थे। उस दौरान गांधी ने जय जवान जय किसान का नारा दिया था। इस घटना के बाद से ही पुलिस प्रशासन काफी सक्रिय नजर आ रहा है। दिल्ली पुलिस अधिकारियों और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बीच बैठक भी हो चुकी है। शाह ने पुलिस को आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
राजधानी दिल्ली में बैरिकेड तोड़कर घुसने और तोड़फोड़ मचाने का मामला सामने आया था। पुलिस ने अब तक 19 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। वही इस घटना से तार जुड़े होने के चलते 25 आपराधिक मामले अब तक दर्ज किए जा चुके हैं। राजधानी की अलग-अलग सीमाओं पर किसान संगठन 2 महीनों से ज्यादा समय से आंदोलन कर रहे हैं। किसान तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग पर अड़े हैं।
किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद स्थानीय लोगों के बीच भी आक्रोश पैदा हो गया था। लोगों ने आंदोलन खत्म करने की मांग की थी और रैली के दौरान तिरंगे का अपमान किए जाने के आरोप लगाए थे। वही आज शुक्रवार को सिंधु बॉर्डर पर एक बार फिर हालात खराब हो गए हैं। आंदोलन खत्म कराने पहुंचे और किसानों की वजह से बिगड़ते हालात को काबू करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)