सहकारी बैंकों से कर्ज लेने वाले किसानों का प्रीमियम काटने के बावजूद किसानों का बीमा नहीं होने के मुद्दे पर सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना प्रश्नकाल के दौरान सदन में घिरे हुए पाए गए। पब्बाराम विश्नोई के सवाल पर सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने बताया कि बीमा कंपनियों के चयन में गैप की वजह से बीमा नहीं हुआ। देरी के लिए जांच करवाई जा रही है। प्रतिपक्ष नेता गुलाबचंद कटारिया ने मंत्री से कहा कि “किसान प्रीमियम दे चुका, उसका क्या दोष। प्रीमियम कटवाने के बाद जिन किसानों की मौत हुई उनका पैसा कौन देगा? मंत्री इसका सीधा जवाब नहीं दे सके।” कटारिया ने मंत्री को घेरते हुए कहा कि जिन किसानों की मौत हुई है उन्हें सरकार क्लेम का पैसा दे। मंत्री उदयलाल आंजना ने कहा कि बीमा नहीं हुआ तो किस बात का क्लेम। इस पर विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी ने दखल दिया और कहा कि जब दो बीमा कंपनी के बीच गोप हो गया और उसकी वजह से कई किसानों का बीमा नहीं हुआ, उनका क्या होगा। इसका सीधा जवाब देना है, क्योंकि किसान तो पैसा दे चुका है आंजना ने कहा बीमा होने में देरी की जांच चल रही है। जांच पूरी होने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
साथ ही विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान बजरी के अवैध खनन का मामला भी बड़ी जोर से गूंजा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और विधायक सतीश पूनिया के सवाल पर खान मंत्री प्रमोद जैन भाया ने कहा कि प्रदेश में अवैध खनन 639 मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें बजरी के सबसे ज्यादा मामले हैं। सतीश पूनिया की पूराक सवाल करते हुए कहा कि बजरी के अवैध खनन में पुलिस में गठजोड़ भी सामने आया है। इस बीच विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी ने इस मुद्दे पर विधानसभा में अलग से चर्चा करवाने की व्यवस्था कर दी है। और सीपी जोशी ने कहा यह बड़ा मामला है। और इस पर सदन में अलग से चर्चा की जरूरत है।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)