आज भारत ही नहीं विश्व के कई बड़े-बड़े देशों में हर जगह बदलते कश्मीर की चर्चाएं हो रही हैं आज कश्मीर की खुशनुमा वादियों में खुशहाली की बयार बह रही है आज कश्मीर में कई आश्चर्यजनक बदलाव आए हैं। जिसे कुछ इस तरह समझा जा सकता है।
बढ़ता पर्यटन
कश्मीर की अर्थव्यवस्था में करीब 25% लोगों को पर्यटन से रोजगार मिलता है स्थानीय निवासी बताते हैं कि पहले आर्टिकल 370 रखने और कोविड-19 व्यापार धंधे 0 पर आ गए थे लेकिन वर्तमान में कोविड की दूसरी लहर जाने के बाद सामान्य से 25 से 30 परसेंट पर्यटक ज्यादा आने लगे हैं।
बाजारों में रौनक बढ़ी है।
आज कश्मीर में स्थानीय लोग व पर्यटक बेखौफ होकर दिन में ही नहीं रात्रि में भी आराम से घूमते हैं आज वहां शोरूम दुकानों कंपलेक्स सब जगह चहल-पहल बढ़ी हुई है कहीं भी डर का नामोनिशान नहीं है।
सुरक्षित निवेश बढ़ा।
आज कश्मीर में लोगों को निवेश के लिए बेहतर और सुरक्षित बाजार दिखाई दे रहा है मेट्रो कई कंपनियां ऑफ फैक्ट्री इकाइयां अपनी उत्सुकता प्रदर्शित कर रहे हैं टेलीकॉम कंपनियां भी इस दौड़ में शामिल है आज कश्मीर में आई आई एम और एम्स की खुलने की अपार संभावनाएं केंद्र सरकार को दिखाई दे रही हैं।
केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में खुशहाली।
लद्दाख में चारों ओर खुशहाली बड़ी है वहां पर्यटक पहले की तुलना में काफी बड़ा है और वहां कई बौद्ध धर्मावलंबी आज भी बड़ी संख्या में आ रहे हैं।
पत्थरबाजी में कमी।
कश्मीर कश्मीरी नौजवान अपने विकास की संभावनाओं को देख रहा है और वह भी आज भारत के अन्य नौजवान की तरह तरक्की का सपना देख रहा है आज फौज में बड़ी संख्या में कश्मीरी युवा शामिल हो रहे हैं बेबी लोक सेवा आयोग और राज्य सेवा आयोग की परीक्षाओं में सफलता के परचम लहरा रहे हैं और इसमें कई युवाओं का सफलतापूर्वक चयन हुआ है।
विपक्षी पार्टियों का छिनता हुआ साम्राज्य।
कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाने के बाद विपक्षी पार्टियों में खासी नाराजगी है उनके पेट में बल पड़ गए हैं क्योंकि अब कश्मीर का विकास हो रहा है। लेकिन उनका खुद का विकास नहीं हो पा रहा है। कश्मीर में अभी तक एक ही परिवार ने राज किया है जिसका साम्राज्य अब लगभग खत्म हो चुका है।
विकास शर्मा (मार्मिक धारा)