महाराष्ट्र के पालघर जिले के विरार स्थित विजय वल्लभ कोविड सेंटर के आईसीयू में आग लगने से 13 मरीजों की मौत हो गई। इनमें 4 महिलाएं शामिल है। घटना के समय आईसीयू में 15 मरीज थे और पूरे हॉस्पिटल में 90 मरीज भर्ती थे। इनमें से ऑक्सीजन सपोर्ट वाले 21 मरीजों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया गया है।
आग लगने की घटना शुक्रवार सुबह 3:25 पर हुई। आग पर 1 घंटे के अंदर ही काबू पा लिया गया। आग लगने की वजह AC में शॉर्ट सर्किट होना बताया जा रहा है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी घटना पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति गहरी संवेदना है। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। वहीं प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए देने की घोषणा की है। साथ ही हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को 50-50 हजार रुपए दिए जाएंगे। घटना पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी दुख जताया। महाराष्ट्र के मंत्री एकनाथ शिंद ने इस घटना को बड़ा हादसा बताया। साथ ही कहा कि जो भी जिम्मेदार है उन पर कार्रवाई की जाएगी। महाराष्ट्र सरकार ने जान गवाने वालों के लिए 5-5 लाख रुपए की घोषणा की है।
मरीजों की परिजनों का आरोप है कि जब आग लगी तब हॉस्पिटल का स्टाफ मरीजों को अंदर छोड़ कर बाहर बाहर गया था। ऐसे में उन्होंने खुद अंदर जाकर मरीजों को बाहर निकालने की कोशिश की थी। बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त आईसीयू में 2 नर्स मौजूद थी। वहीं अस्पताल के सीईओ दिलीप शाह ने दावा किया कि रात में अस्पताल में डॉक्टर थे। लेकिन उनसे जब पूछा गया कि हादसे के वक्त कुल कितना स्टाफ ड्यूटी पर था, तो वह सही आंकड़ा नहीं बता पाए।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)