जिले के मेहंदीपुर बालाजी स्थित एसबीआई बैंक में 11 करोड़ के सिक्कों के गबन का मामला सामने आया है। बैंक रिकॉर्ड में 13 करोड़ 62 लाख 11275 रुपए के कुल सिक्के जमा है। जबकि गिनती में एक करोड़ 39 लाख 60 हजार रुपए के सिक्के ही मिले। गबन का खुलासा तब हुआ, जब बैंक प्रबंधन ने सिक्कों की गिनती के लिए एक निजी फर्म को टेंडर दिया। इसी दौरान करीब 15 हथियारबंद बदमाशों ने निजी फर्म के मैनेजर को सिक्कों की गिनती नहीं करने की धमकी दी। इस संबंध में बैंक मैनेजर हरगोविंद मीणा ने करौली एसपी को शिकायत भेजकर कार्रवाई की मांग की है। मंगलवार को टोडाभीम थाने में दर्ज हुई f.i.r. में मैनेजर ने पिछले 5 साल में बैंक में कार्यरत रहे कर्मचारियों की जांच की मांग की है।
फर्म के मैनेजर को दी धमकी-
बैंक में जमा सिक्कों की गिनती के लिए क्षेत्रीय कमर्शियल ऑफिस सवाई माधोपुर के आदेश पर 8 जुलाई को गठित समिति ने वेंडर अर्पित गुड्स कैरियर को सिक्कों की गिनती का टेंडर दिया। अधिकृत फर्म द्वारा शाखा मैनेजर हरगोविंद मीणा की देखरेख में सिक्कों की गिनती की जा रही थी। इस दौरान 10 अगस्त को बैंक से सिक्कों की गिनती के बाद फर्म के मैनेजर सतीश शर्मा बालाजी की ही एक धर्मशाला में ठहरा हुआ था। 15 हथियारबंद बदमाशों ने फर्म के मैनेजर को सिक्कों की गिनती नहीं करने को कहा। गिनती करने पर जान से मारने की धमकी भी दी।
पूर्व मैनेजर पर लगा गबन का आरोप-
बैंक में वित्तीय अनियमितताओं अनाधिकृत लेन-देन के आरोप में पूर्व में कार्यरत मैनेजर राजेश मीणा को निलंबित किया जा चुका है। एसबीआई द्वारा विभागीय जांच कराई जा रही है। बैंक द्वारा निजी फर्म से सिक्कों की गिनती कराए जाने के दौरान गठित समिति की रिपोर्ट में बताया गया कि 6 अगस्त तक 2350 बैग में सिर्फ 1 करोड़ 39 लाख 60 हजार रुपए के सिक्के ही मिले हैं। जो हिंडोन व नादौती ब्रांच में जमा कराए गए हैं।
बैंक में सिर्फ 700 बैग है मौजूद-
समिति की जांच में सामने आया कि बैंक में अभी करीब 700 बैग ही मौजूद हैं। जिनमें सिर्फ 60 लाख रुपए होना संभव है। जबकि बैंक रिकॉर्ड में 13 करोड 62 लाख 11275 रूपए के कुल सिक्के जमा है। ऐसे में सीधे तौर पर करीब 11 करोड रूपए का बड़ा घोटाला सामने आया है। करौली एसपी मृदुल कच्छावा के निर्देश पर टोडाभीम थाने में दर्ज FIR की चौकी प्रभारी एसआई सीमा सिनसिनवार ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस बैंक के सीसीटीवी फुटेज के रिकॉर्ड खंगाल रही है।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)