राजस्थान के दौसा में गुरुवार सुबह ऑनर किलिंग का बडा मामला सामने आया है। पिता ने प्रेमी के साथ लिव-इन में रह रही बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद पिता खुद थाने पहुंचा और खुद को पुलिस के हवाले कर दिया। थाने पहुंचने के बाद पिता ने पुलिस से कहा कि “मैंने अपनी बेटी को मार डाला है।” बता दें कि पिता दो दिन पहले ही बेटी को प्रेमी के यहां से जबरदस्ती अपने घर ले आया था। मौके पर पहुंची पुलिस ने युवती के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है।
मृतका का नाम पिंकी बताया जा रहा है। वह रामकुडं क्षेत्र में परिवार के साथ रहती थी। पिता शंकरलाल सैनी ने 16 फरवरी को बेटी की मर्जी के खिलाफ उसकी शादी की थी। 19 फरवरी को पिंकी ससुराल से मायके आ गई और 21 फरवरी को प्रेमी रोशन के साथ मायके से भाग गई। इसके बाद परिवार ने बेटी पिंकी के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई थी। उधर युवती और प्रेमी ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करके सुरक्षा की मांग की, जिसे हाईकोर्ट ने स्वीकार करते हुए पुलिस को कपल सुरक्षा देने के आदेश भी दिए थे।
इसके बाद 1 मार्च को युवती प्रेमी रोशन के साथ दौसा जिले में ही उसके घर पर पहुंची और रहने लगी। इसकी भनक युवती के परिजनों को लग गई। वह 2 दिन पहले जबरन युवती को प्रेमी के घर से उठा लाए। इसके बाद रोशन ने महिला थाने में पिंकी के अपहरण का मामला दर्ज कराया था। लेकिन पुलिस ने कोई भी कार्रवाई नहीं की। प्रेमी रोशन पिंकी के मोहल्ले में ही रहता था। यही दोनों का अफेयर शुरू हुआ। पिंकी के पिता रोशन से शादी करने के खिलाफ थे, ऐसे में पिंकी की मर्जी के खिलाफ उन्होंने उसकी 16 फरवरी को शादी कर दी थी।
2 दिन पहले ही बेटी को घर लेकर आए पिता ने गुरुवार सुबह उसका गला दबाकर मार डाला और थाने पहुंचकर पुलिस से कहा कि “मैंने बेटी को मार डाला है, लाश घर पर ही पड़ी है। चल कर उठा लीजिए।” आरोपी पिता फलों का ठेला लगाता है।
युवती की हत्या की सूचना मिलते ही आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। जांच के लिए एफएसएल की टीम को भी बुलाया गया। हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी प्रेमी जोड़े को सुरक्षा दे पाने में पुलिस फेल रही और अपना बचाव करने में जुट गई। पुलिस का कहना है कि वापस लौटने पर युवक युवती द्वारा उन्हें दौसा आने की कोई भी जानकारी नहीं दी गई थी। इस बीच युवती के परिजन उसे उठा ले गए, युवक के रिपोर्ट लिखाने के बाद लगातार जांच की जा रही थी, लेकिन यूवती का कुछ पता नहीं चल पाया था।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)