वजन बढ़ने से शरीर पर वसा की परतें इतनी मात्रा में जमा हो जाती हैं, कि वह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो जाती हैं।
इसकी वजह से बहुत सी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
वजन बढ़ने से आपको हृदय रोग, डायबटीज, कालेस्ट्राल बढ़ना, हाइपरटेंशन जैसी बीमारियां हो सकती हैं।
आइए जानें मोटापे से होने वाली बीमारियों के बारे में….
याद्दाशत घटाए….
अगर आप मोटे हैं
तो सावधान हो जाइए
क्योंकि आपके शरीर पर चढ़ी ज्यादा चर्बी जीवन में आगे चलकर आपके मस्तिष्क पर असर कर सकती है।
कोरिया के शोधकर्ताओं के अनुसार मोटापे से जीवन में आगे चलकर आपकी मस्तिष्क की क्षमता में गिरावट का खतरा बढ़ जाता हैं.!
पित्ताशय संबंधित रोग..
मोटापे से पित्ताशय संबंधित रोग होने का खतरा होता है।
जो लोग हाई ब्लड कोलोस्ट्रोल का शिकार होते हैं
उनके पित्ताशय में पथरी होने की संभावाना ज्यादा होती है।
यह समस्या बहुत ही खतरनाक साबित हो सकती है आपकी सेहत के लये.!
हाइपरटेंशन….
मोटापे से आपको हाइपरटेंशन की समस्या हो जाती है।
उच्च रक्तचाप होने से हृदय की धमनियों में रक्त दबाव के साथ तेजी से पहुंचता है, जिससे किडनी फेल, हर्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है.!
हर्निया….
हार्निया की मुख्य वजहों में से एक है मोटापा.!
मोटापे के चलते आपका डायफ्राम कमजोर हो जाता है
या उसका आकार बढ़ जाता है,
जिससे आप हार्निया के शिकार हो जाते हैं। वजन कम करने से आप इस खतरे से काफी हद तक बच सकते है.!
आंत की समस्या…
मोटापे की वजह से आपके आंत की कोशिकाओं पर ज्यादा दबाव होता है।
मोटापा बढ़ाने वाली चीजें खाने या एल्कोहल लेने पर आपकी आंत कमजोर हो जाती है और आंत से संबंधी संबंधित बिमारियां हो सकती हैं.!
डिप्रेशन….
मोटापे के कारण लोग डिप्रेशन के शिकार भी हो जाते हैं।
खुद शारीरिक रुप से अस्वस्थ देखकर लोगों की सोच नकारात्मक हो जाती है, जिससे वे हर समय दुखी रहते हैं।
इतना ही नहीं कभी-कभी तो लोग खुदकुशी की भी कोशिश करते है.!
कैंसर….
एक ताज़ा शोध बताता है कि स्तन कैंसर का इलाज करा रही मोटी महिलाओं में दोबारा इस बीमारी के होने का ख़तरा पतली महिलाओं के मुकाबले ज्यादा होता है।
इसके अलावा कमर का कैंसर, आंतो के कैंसर और गर्भाशय कैंसर की सबसे बड़ी वजह भी मोटापा ही होता है.!
अर्थराइटिस…
जब शरीर का वजन बढ़ता है
तो जोड़ों पर अधिक भार पड़ता है
जिससे अर्थराइटिस की समस्या शुरु हो जाती है।
इससे कार्टिलेज की मात्रा कम हो जाती है।
अगर वजन काबू में रहेगा
तो आपके जोड़ों पर अतिरिक्त भार नहीं पड़ेगा और आपको अर्थराइटिस का खतरा भी नहीं होगा.!
टाइप 2 डायबिटीज
मोटापा
टाइप टू डायबिटीज की मुख्य वजह है।
वसा की मात्रा अधिक होने पर शरीर इंसुलिन के प्रति रजिस्टेंट हो जाता है।
एक बार यह समस्या होने पर आपको अपनी सेहत को लेकर काफी सर्तक रहने की जरूरत होती है।
इसलिए अपनी सेहत से खिलवाड़ ना करें.!
हृदय रोग…..
अगर आप
अपना वजन कम करने की सोच रहे हैं
तो यह हृदय के लिए काफी फायदेमंद रहेगा क्योंकि शरीर में वसा की मात्रा अधिक होने पर सोडियम इकट्ठा हो जाता है,
इससे रक्त का दाब बढ़ जाता है।
यह दिल के लिए काफी नुकसानदेह होता है।
वजन बढ़ने से आपका हृदय शरीर के बाकी हिस्सों में सही ढंग से ब्लड सप्लाई नहीं कर पाता है।
जिससे दिल का दौरा होने की संभावना होती है.!
भानु प्रकाश शर्मा (मार्मिक धारा)
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)