भरतपुर, गांव झंझार की राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में कार्यरत द्वितीय श्रेणी अध्यापिका आशा शर्मा ने प्रधानाचार्य वीरेंद्र पाल सिंह से परेशान होकर 7 दिसंबर को एक वीडियो सरकारी समाचार वाले व्हाट्सएप ग्रुप पर डाला था। विद्यालय नगर तहसील तथा भरतपुर जिले के अंतर्गत आता है। इस वीडियो में अध्यापिका आशा शर्मा ने कहा था कि यदि मेरी समस्या का निदान नहीं किया गया तो मैं आत्महत्या कर लूंगी तथा प्रशासन व उच्च अधिकारियों से सहायता की गुहार लगाई थी।
इसके बाद विभिन्न समाचार पत्रों में इस घटना को प्रमुखता से छापा गया। जिसमें हमारे न्यूज़पेपर मार्मिक धारा में वीडियो तथा न्यूज़ दोनों को प्रमुखता से डाला गया। महिला शिक्षिका ने अधिकारियों से कहा था कि उन्हें इस स्कूल से हटा दें या प्रधानाचार्य का तबादला कर दिया जाए। विभिन्न अखबारों में लगातार छपने के बाद 7 दिन बाद शिक्षा विभाग को चेतावनी याद आई। जांच टीम के प्रभारी सीबीईओ मान सिंह यादव ने बताया कि मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी के आदेशानुसार विद्यालय में जांच की जा रही है। 14 दिसंबर को तीन सदस्यीय जांच कमेटी द्वारा विद्यालय के स्टाफ सहित पीड़िता शिक्षिका तथा आरोपी प्रधानाचार्य से अलग-अलग जांच की तथा लिखित में नोटिस देकर जवाब लिया।
इसका नतीजा यह निकला कि अध्यापिका आशा शर्मा को एपीओ कर दिया गया और न्याय की जगह उन्हें गुनहगार ठहराते हुए एपीओ कर दिया। दोबारा सभी अखबारों में यह खबर छपने पर तथा भरतपुर डीईओ प्रेम सिंह कुंतल से पत्रकारों ने पूछा तो उन्होंने कहा, “महिला शिक्षिका के एपीओ के संबंध में मुझे जानकारी नहीं है। संयुक्त निदेशक ने इस मामले की जांच सीबीईओ से कराई थीं। उन्होंने इसके आधार ही कोई निर्णय लिया जाएगा”
आनन-फानन में एपीओ के आदेश वापस ले कर शिक्षिका को मिडिल स्कूल की प्रधानाचार्य पर स्थानांतरण कर दिया गया। इस प्रकार अध्यापिका आशा शर्मा के साथ न्याय हुआ है और वह बहुत खुश है।
इस सारी प्रक्रिया में विभिन्न अखबारों के पत्रकारों का सहयोग सराहनीय है। जिसमें विशेष रुप से वरिष्ठ संवाददाता पंकज शुक्ला का प्रयास विशेष सराहनीय योग्य है। उन्होंने हार ना मानते हुए लगातार ग्राउंड रिपोर्ट कर स्थितियों को अनुकूल बनाया।
पत्रकार प्रेस महासंघ वरिष्ठ पत्रकार पंकज शुक्ला जी का विशेष आभारी है तथा अन्य पत्रकारों के कार्य भी सराहनीय है। हम आशा करते हैं। भविष्य में भी वह पीड़ित लोगों की समस्या को अपनी लेखनी के द्वारा निदान करेंगे। हम उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं।
हर्षवर्धन शर्मा (जयपुर जिलाध्यक्ष)
पत्रकार प्रेस महासंघ