कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर लोगों में लापरवाही बढ़ती जा रही है। हेल्थ प्रोटोकॉल का पालन करने में लगातार बढ़ती जा रही लापरवाही को देखते हुए सीएम अशोक गहलोत पिछले 6 दिनों से चेतावनी दे रहे हैं। सोमवार को प्रदेश में करोना के 602 केस सामने आने पर सीएम अशोक गहलोत ने मंगलवार सुबह फिर से लोगों को हेल्थ प्रोटोकॉल की पालना करने के लिए कहा।
गहलोत ने कहा बेंगलुरु के डॉ देवी शेट्टी की यह राय उचित लगती है कि 24 से 45 साल के लोगों का भी जल्द टीकाकरण कराना चाहिए। क्योंकि यह लोग अपने काम से घर से बाहर रहते हैं। और सुपर स्प्रेडर बन जाते हैं। भारत के पास बड़ी संख्या में वैक्सीन उत्पादन की क्षमता भी उपलब्ध है जिसका इस्तेमाल होना चाहिए।
सीएम अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया पर लिखा – 11 मार्च को प्रदेश में कोरोना के 203 मामले आए थे, जो कि 22 मार्च को यह बढ़कर 602 पहुंच गए हैं। 11 दिन में ही कोरोना के नए मामले की संख्या करीब 3 गुना बढ़ गई है। अगर अभी भी लापरवाही बरती तो स्थिति बिगड़ सकती है। यदि पहले से सतर्कता नहीं बरती गई तो सरकार को सख्त फैसले लेने पड़ेंगे। प्रदेश सरकार कठोर फैसलों की जगह आमजन के सहयोग से करोना को नियंत्रित करना चाहती है।
गहलोत ने केंद्र सरकार से पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन भेजने की मांग करते हुए वैक्सीनेशन में एक ग्रुप की लिमिट हटाकर सभी को टीका लगाने का सुझाव दिया है। उन्होंने लिखा देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों की राय है कि भारत सरकार को ज्यादा से ज्यादा टीकाकरण पर फोकस करना चाहिए और अधिक से अधिक वैक्सीनेशन से ही जनता सुरक्षित रह सकेगी। ऐसे में वैक्सीनेशन की एज ग्रुप की लिमिट को हटा सभी को टीका लगाना चाहिए।
गहलोत ने लिखा- मैं केंद्र से अपील करता हूं कि राज्यों को अधिक से अधिक संख्या में वैक्सीन उपलब्ध कराएं, जिससे कोरोना संक्रमण की इस दूसरी लहर पर काबू पाया जा सके। साथ ही गहलोत ने यह भी कहा कि अगर समय रहते कोरोना की दूसरी लहर पर काबू नहीं पाया गया तो लॉकडाउन लगाना पड़ेगा। जो आम आदमी की आजीविका के लिए बहुत ज्यादा घातक हो सकता है।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)