सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स जो कोरोना संक्रमित है, उन्हें राहत दी है। 1 मार्च से शुरू हुए प्रैक्टिकल एग्जाम में जो बच्चे बीमारी की वजह से शामिल नहीं हो पाए, अब इन्हें थ्योरी एग्जाम शुरू होने से पहले या खत्म होने के बाद प्रैक्टिकल एग्जाम का मौका फिर से दिया जाएगा। प्रैक्टिकल एग्जाम अभी चल रहे हैं। छूट पाने वाले स्टूडेंट को अपनी कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट स्कूल में जमा करानी होगी। इसी के आधार पर ही उन्हें परीक्षा में राहत दी जाएगी।
देशभर में कोरोना की दूसरी लहर के बाद एक्सपर्ट सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन को इस साल होम बोर्ड परीक्षाएं कराने का सुझाव दिया है। होम बोर्ड परीक्षा का मतलब ऐसा इंतजाम करना, जिससे स्टूडेंट्स घर पर ही परीक्षा दे सकें। इससे लाखों बच्चों को खतरे से बचाया जा सकेगा।
सीबीएससी ने यह भी साफ कर दिया है कि पॉजिटिव स्टूडेंट्स को कोरोना के सभी प्रोटोकॉल फॉलो करने ही होंगे। बीमारी से पूरी तरह उबरने के बाद ही उनका एग्जाम दिया जाएगा।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)