हनुमानगढ़ जिले के गोलूवाला में जिंदा जलाई गई 30 साल की दुष्कर्म पीड़िता की मौत के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया। इस हत्याकांड में दुष्कर्म पीड़िता का पति ही हत्यारा निकला। जिसने पत्नी को अलग रहने, चरित्र पर शक होने और बेटी को साथ रखने के कारण सबक सिखाने के लिए जिंदा जला दिया था। इसके बाद आरोपी मौके से फरार होकर झुंझुनू भाग गया था। वही हत्या के मामले में दुष्कर्म के आरोपी युवक की भी भूमिका संदिग्ध नहीं पाई गई।
घटना 3 से 4 मार्च को रात की है, जहां रात 1 बजे गोलूवाला स्थित अपनी नानी के घर में सो रही ब्यूटी पार्लर संचालिका को किसी ने घर के बाहर बुलाया, इसी दौरान केरोसिन डालकर उसे जिंदा जला दिया था। पीड़िता चिल्लाई तो आसपास के लोगों ने उस आकर उसे बचाया लेकिन तब तक वह 90 प्रतिशत झुलस गई थी। गंभीर हालत होने पर श्री गंगानगर से बीकानेर रैफर किया गया था, जहां उसे जयपुर रैफर कर दिया गया और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। गोलूवाला पुलिस ने इस संबंध में पीड़िता की नानी की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया था।
घटना के बारे में जानकारी मिलते ही पुलिस ने जांच शुरू कर दी थी। पहले शक प्रदीप विश्नोई नाम की युवक पर किया गया। जिसके खिलाफ मृतका ने 2 साल पहले दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था। मामला कोर्ट में विचाराधीन था। जांच के दौरान प्रदीप संदिग्ध नहीं पाया गया। इसके बाद पुलिस ने अलग-अलग लोगों से पूछताछ की। तकनीकी मदद भी ली गई। इस दौरान मृतका के पति कृष्ण कुमार से पूछताछ में सामने आया कि वह अपनी पत्नी को सबक सिखाना चाहता था। इसलिए वारदात की रात मोटरसाइकिल से उसके घर पहुंचा, दीवार फांद कर अंदर घुसा और महिला को आग लगा दी।
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि पत्नी के अलग रहने, उसके चरित्र पर शक होने और अपनी बेटी को साथ रखने के लिए उसने पत्नी को आग के हवाले कर दिया था। इसके बाद मोटरसाइकिल लेकर झुंझुनू आ गया।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)