रणबीर कपूर की बुआ रीमा जैन के बेटे अरमान जैन को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में समन भेजा है। ईडी ने उन्हें टॉप्स ग्रुप से जुड़े मनी लांड्रिंग केस के मामले में समन भेजा है। जांच एजेंसी द्वारा अरमान जैन के घर पर छापा भी मारा। जहां वे पत्नी निशा मल्होत्रा, मां रीमा जैन और अन्य सदस्यों के साथ रहते हैं। रिपोर्ट की मानें तो मामले में उनका नाम शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक के बेटे विहंग के साथ उनके संबंधों की वजह से आया है। जिनके खिलाफ पहले ही से ही इस मामले की जांच चल रही है।
जांच के दौरान ईडी को अरमान जैन और विहंग सरनाईक के बीच हुई संदिग्ध बातचीत के सबूत मिले थे। इसके बाद अरमान को समन भेजा गया और बाद में मंगलवार को उनके घर छापा मारा। हालांकि इसी दौरान अरमान के मामा राजीव कपूर के निधन की खबर आई। जिसके बाद ईडी के अधिकारियों ने रीमा जैन को अपने भाई के घर जाने की इजाजत दे दी। छापे की कार्रवाई पूरी होने के बाद ईडी ने अरमान जैन को भी राजीव कपूर के अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति दे दी थी।
पिछले साल मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा टॉप्स ग्रुप के पूर्व कर्मचारी की शिकायत पर कंपनी के प्रमोटर राहुल नंदा और दूसरे लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई। एफ आई आर के आधार पर ED ने इंफोर्समेंट केस इनफार्मेशन रिपोर्ट (ECIR) दर्ज की।28 अक्टूबर 2020 को दर्ज हुई एफआईआर के मुताबिक टॉप्स ग्रुप में मुंबई मेट्रोपोलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी(MMRDA) तो 175 करोड रुपए का चूना लगाया है।
टॉप्स ग्रुप को MMRDA के ठिकानों पर सुरक्षा रक्षको की नियुक्ति का ठेका मिला था।आरोप है कि नंदा के पुराने दोस्त सरनाईक ने उन्हें यह ठेका दिलाने में मदद की थी। यह भी शक है कि सरनाईक की कंपनियों ने टॉप्स ग्रुप के जरिए पैसे विदेश भेजे हैं। यूके में किए गए निवेश और मॉरिशस में स्थित ट्रस्ट के चलते भी नंदा संदेह के घेरे में है। लेकिन वह भी किसी तरह की गड़बड़ी से इनकार कर चुके हैं।
ईडी ने मुंबई और ठाणे में सरनाईक और उनके करीबियों के घर और कार्यालय में 10 स्थानों पर छापे मारे थे। जांच एजेंसी को टॉप्स ग्रुप और प्रताप के बीच कई संदेहास्पद लेनदेन के सबूत मिले थे। इसके बाद सरनाईक से करीब 5 घंटे की पूछताछ हो चुकी है।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)