न ही प्रार्थना सभा होगी, न उत्सव – खेल और लंच भी अपनी सीट पर ही करना होगा।
सरकार के निर्देश मिलने के बाद स्कूल शिक्षा और उच्च शिक्षा विभाग के शिक्षण संस्थाओं को खोलने की तैयारी प्रारंभ कर दी है। सरकार ने पहले चरण में 18 जनवरी से कक्षा 9वीं से 12वीं तक के बच्चों के लिए स्कूल खोलने की अनुमति दी है। विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में अंतिम वर्ष की कक्षाएं संचालित की जा सकती है।
स्कूल शिक्षा विभाग व उच्च शिक्षा विभाग मानक संचालन प्रक्रिया को अंतिम रूप देने में लगे हैं। स्कूल शिक्षा विभाग की प्रस्तावित गाइडलाइन की माने तो स्कूल खोलने पर ना तो प्रार्थना सभा होगी और ना ही स्कूलों में उत्सव और सामूहिक खेल के आयोजन हो सकेंगे। इसके अलावा कक्षा में 50 फ़ीसदी बच्चों को 1 दिन और शेष 50 फ़ीसदी को दूसरे दिन बुलाने के निर्देश हैं।
साथ ही स्कूल में बीमारी के लक्षण पाए जाने वाले स्टाफ या विद्यार्थी को अन्य स्थान पर आइसोलेट किया जाएगा। जिला ब्लाक स्तरीय मेडिकल अफसर से संपर्क कर स्कूल वाइज टीम बनेगी। स्टाफ व बच्चों की नियमित मेडिकल जांच होगी।साथ ही बीमारी के कारण स्कूल नहीं आने वाले विद्यार्थीयों के लिए अतिरिक्त कक्षाओं का आयोजन किया जाएगा।
स्कूलों- विद्यार्थियों को लेकर प्रस्तावित गाइडलाइन-
- विद्यार्थियों के आगमन और प्रस्थान का समय अलग-अलग रखा जाएगा, ताकि भीड़ नहीं हो।
- विद्यार्थियों की उपस्थिति के लिए अभिभावक की सहमति लेनी होगी, बाध्य नहीं कर सकेंगे।
- स्कूल खुलने से पहले बैठक का ऐलान नोटिस बोर्ड पर चस्पा किया जाएगा, ताकि विद्यार्थी तय सीट पर ही बैठ सकें।
- यथासंभव स्कूलों में एसी का उपयोग नहीं किया जाए, जरूरत पड़ने पर उसका तापमान 24 से 30 डिग्री सेंटीग्रेड के मध्य रखा जाए।
- विद्यार्थी पेन, नोटबुक, व किताब साक्षा नहीं करेंगे।
- विद्यार्थी अपने कक्ष में ही भोजन करेंगे और यथासंभव पानी की बोतल खुद लेकर आएंगे।
- स्टाफ और विद्यार्थियों को मास्क लगाकर रहना होगा, मास्क बिना स्कूल में किसी का भी प्रवेश निषेध होगा।
- स्कूलों में हर समय अतिरिक्त मास्क, सोडियम हाईपोक्लोराईड धोल व सैनिटाइजर उपलब्ध रहे।
- स्कूलों में दी जाने वाली कंपोजिट ग्रांड में से 10 फ़ीसदी राशि स्वच्छता पर खर्च की जाए।
- स्कूल के फर्नीचर, उपकरण, स्टेशनरी, शौचालय, पानी की टंकियां को सैनिटाइज किया जाए।
- स्कूल वाहिनी के उपयोग मे लेने से पहले और बाद में सैनिटाइज करना होगा, स्कूल वाहिनी में प्रवेश या स्कूल में प्रवेश के समय थर्मल स्कैनिंग की जाए।
सरकार ने 18 जनवरी से 9वी से 12वीं कक्षा तक स्कूल खोलने का निर्णय लिया है। स्कूल संचालन के लिए एसओपी तैयार कर दी है। केंद्र सरकार, गृह विभाग और चिकित्सा विभाग की गाइडलाइंस के आधार पर जल्द ही स्कूलों का संचालन शुरू कर देंगे।
-(गोविंद सिंह डोटासरा, शिक्षा मंत्री)
सरकार ने कोविड-19 से संबंधी निर्देशों का पालन करते हुए हम स्कूल संचालन के लिए तैयार हैं। अभिभावकों का सहयोग चाहिए कि वह अपने बच्चों को मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग के लिए प्रेरित करें।
-(दामोदर प्रसाद गोयल, अध्यक्ष, सोसायटी फॉर अनएडेड प्राइवेट स्कूल्स ऑफ राजस्थान)
सरकार को पहले बोर्ड की दसवीं और 12वीं की कक्षा लगानी चाहिए। नवी और ग्यारहवीं की कक्षाओं पर बाद में निर्णय लेना था। अभी तो कोरोना के नए स्ट्रेन की स्थिति भी स्पष्ट नहीं है। इसलिए अभिभावकों के मन में अभी थोड़ा भय है।
-(दिनेश कांवट, संयोजक, पेरेंट्स वेलफेयर सोसाइटी)
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)