शहर में सूदखोरी की धमकियों से परेशान होकर एक व्यक्ति ने फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। इसके 5 दिन बाद अब मृतक की पत्नी ने हरमाड़ा थाने में सूदखोर के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कराया है। केस की जांच कर रहे एएसआई रामेश्वर लाल ने बताया कि 30 वर्षीय देवेश कुमार दर्जी सरना डूंगर एरिया में करणी पथ बेनाड रोड पर रहता था। गत 18 मई को दोपहर 1 बजे उसने घर में फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली थी।
घटनास्थल पर एक सुसाइड नोट मिला था जिसमें सुरेंद्र नाम के व्यक्ति की धमकियों से परेशान होकर खुदकुशी करने की बात लिखी थी। इसके बाद मृतक देवेश की पत्नी प्रिया ने सुरेंद्र गोड़ा के खिलाफ केस दर्ज कराया है। जिसमें बताया गया कि वह ब्याज पर रुपए देने का काम करता है। प्रिया के पति देवेश 15000 रूपए की नौकरी करते थे। रुपयों की जरूरत होने पर देवेश ने सुरेंद्र गोंडा से 5000 रूपए उधार लिए थे। प्रिया का आरोप है कि उसके पति देवेश ने बताया था कि सुरेंद्र गोड़ा मोटा ब्याज लगाकर 37000 रूपए मांग रहा है। इसके लिए जान से मारने की धमकी दे रहा था।
दिवेश की पत्नी प्रिया का आरोप है कि 18 मई को सुबह सुरेंद्र ने उसके पति को फोन कर बुलाया। फिर उसकी बाइक छीन कर रख ली और कहा कि जब पैसा आ जाए तब बाइक ले जाना। इसके बाद दोपहर 1 बजे देवेश घर आ गया। उसने कमरा बंद कर लिया। तब भी वह फोन पर कह रहे थे कि कुछ दिनों की मोहलत दे दो मैं पैसे चुका दूंगा। इस बीच बाइक सवार दो युवक घर के नीचे खड़े नजर आए, जो कि सुरेंद्र गोड़ा के कहने पर पैसे वसूलने आए थे।
उनके जाने के बाद प्रिया ने पति देवेश को कमरे के बाहर आने को कहा, तो जवाब नहीं मिला। तब पड़ोसियों को बुलाया और दरवाजा तोड़कर देखने पर देवेश कमरे में साड़ी के फंदे से पंखे के कड़े में लटकता हुआ नजर आया। सुसाइड नोट में देवेश ने सुरेंद्र पर परेशान करने का आरोप लगाया। साथ ही बेटे के लिए कहा कि अगले जन्म में फिर मिलेंगे अलविदा।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)