भारत में 2020 के लिए 8 फ़ीसदी की नकारात्मक वृद्धि दर का अनुमान लगाया गया है। 2020 में भारत की तुलना में अधिक नकारात्मक विकास दर वाले अन्य देशों में यूनाइटेड किंगडम, स्पेन, इटली, फ्रांस, मैक्सिको शामिल है।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष(IMF) ने 2021 और 2020 के लिए भारत की आर्थिक विकास दर में बढ़ोतरी का अनुमान जताया है। आईएमएफ का अनुमान है कि 2020 में भारत की अर्थव्यवस्था को 11.5 फ़ीसदी और 2022 में 6.58 फीसदी तक का उछाल मिल सकता है। कोरोना महामारी के बीच बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में भारत एकमात्र देश है। जिसकी अर्थव्यवस्था इस साल दहाई अंक में बढ़ेगी।
आईएमएफ की वर्ल्ड इकोनामिक आउटलुक रिपोर्ट के अनुसार साल 2021 में 8.3 फीस दी की अनुमानित विकास दर के साथ चीन भारत के बाद दूसरी सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था होगी। 2022 में भी भारत की अर्थव्यवस्था चीन से आगे रहेगी। भारत की वैश्विक विकास दर 6.8 फीसदी रहने का अनुमान है। वहीं चीन की विकास दर 5 .6 फीसदी रह सकती है।
हवन की भारत में 2020 के लिए 8 फ़ीसदी की नकारात्मक वृद्धि का अनुमान लगाया गया है।
2020 में भारत की तुलना में अधिक नकारात्मक विकास दर वाले अन्य देशों में यूनाइटेड किंग्डम (-10 फीसदी), स्पेन (-11.1फीसदी) इटली (-9.2 फीसदी), फ्रांस (-9 फीसदी), मैक्सिको (-8.5) शामिल है। वहीं चीन में 2.3 फीसदी की बढ़ोतरी का अनुमान है।
दुनिया की अर्थव्यवस्था का बुरा हाल है।गुरु नानक कट के बीच वैश्विक अर्थव्यवस्था 2021 में 5 .5 फ़ीसदी और 2022 में 4.2 फ़ीसदी बढ़ने का अनुमान है।2021 का पूर्वानुमान पिछले पूर्वानुमान से का0.3फीसदी बदलाव है। संयुक्त राज्य अमेरिका 2020 में-3.4 फ़ीसदी की नेगेटिव ग्रोथ का अनुमान है। हालांकि यहां 2021 में 5.1 फ़ीसदी और 2022 में 2.5 फीस दी विकास दर बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है। जबकि यूरो क्षेत्र का 2020 में अनुमानित नकारात्मक विकास दर 7.2
फ़ीसदी होने की उम्मीद है। 2021 में 4.2फीसदी और 2022 में 3.6फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है।
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)