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- तेंदुए ने किसान की आंख और सीने समेत कई जगह पंजा मारा, फिर भी किसान ने हिम्मत कर फावड़े से तेंदुए को डरा कर भगाया।
उदयपुर के का कातनवाड़ा में खेत पर काम कर रहे एक किसान पर मंगलवार सुबह तेंदुए ने हमला कर दिया। इसमें किसान गंभीर रूप से घायल हो गया। तेंदुए के पंजे से खुद को बचाने के दौरान किसान ने हिम्मत दिखाई और फावड़े से तेंदुए पर वार किया। फावड़े के वार से तेंदुआ डरकर भाग गया। इसके बाद लोगों द्वारा मौके पर पहुंचकर किसान पूजांलाल को अस्पताल ले जाया गया। करीब 5 मिनट तक किसान और तेंदुआ एक दूसरे से संघर्ष करते रहे।
आइए जाने पूजांलखल की कहानी उसी की जुबानी-
“आज सुबह मैं खेत पर सिंचाई करने गया था। समय करीब 8:30 बजे का था। मैं फावड़े से खेत में पानी की नाली पर मिट्टी हटा रहा था। तभी पीछे मुझे कुछ आवाज सुनाई दी। मैंने मुड़कर देखा तो मेरे होश उड़ गए। पीछे तेंदुआ खड़ा था। मैं कुछ समझ पाता इससे पहले ही उसने मुझ पर हमला कर दिया। सबसे पहले उसका पंजा मेरी आंख पर मारा। मैं जोर से चिल्ला पड़ा। मेरे हाथ में फावड़ा था लेकिन मैं तेंदुए के हमले से नीचे गिर पड़ा। मैंने दोनों हाथों से पूरी ताकत लगा तेंदुए को खुद से दूर करने के लिए जोर लगाया। इससे तेंदुआ कुछ लड़खड़ाया और मेरा शरीर उसकी पकड़ से दूर हो गया। तब तक वह दांत और पंजे से मुझे कई जगह चोट लगा चुका था। जैसे ही तेंदुए की पकड़ से मेरा शरीर छूटा, मैंने जमीन पर पड़ा हुआ फावड़ा उठा लिया और पूरी हिम्मत से उस पर वार किया। शायद फावड़ा उसके चेहरे पर लगा। उसके बाद उसने दोबारा कोशिश की तो मैंने फिर से फावड़ा आगे कर दिया। इस दौरान मैं चिल्ला भी रहा था। मेरी आवाज सुनकर आसपास के खेत में काम कर रहे लोग भी दौड़कर आ गए। इसके बाद तेंदुआ वहां से भाग गया। फिर मेरी जान में जान आई। लोग मुझे हॉस्पिटल लेकर आए। गांव के लोगों ने तेंदुए की तलाश की लेकिन वह भाग निकला।”
बता दें कि सराड़ा थाना क्षेत्र के का कातलवाड़ा गांव जो कि उदयपुर से लगभग 60 किलोमीटर दूर है। पहाड़ी इलाका होने की वजह से पहले भी कई बार तेंदुआ आ चुका है। पूर्व में ही तेंदुआ गांव की एक महिला पर हमला कर चुका है। जिससे उसकी मौत हो गई थी। तेंदुए ने उस इलाके में काफी दहशत फैला रखी है फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को कई बार लिखित व मौखिक शिकायत दर्ज कराई जा चुकी है। लेकिन अभी तक कोई भी उनकी तरफ से एक्शन नहीं लिया गया है।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)