वाराणसी के घाटों पर मौनी अमावस्या के अवसर पर पवित्र गंगा में श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। मौनी अमावस्या का विशेष महत्व बताया गया है। आज मौनी अमावस्या बनाई जा रही है। पौराणिक शास्त्रों के अनुसार माघ महीने की अमावस्या को मौनी अमावस्या के नाम से जाना जाता है। इस दिन मौन व्रत रखने और मुख से कटु शब्द ना निकलने से मुनि पद की प्राप्ति होती है। पवित्र नदी में डुबकी लगाने से जीवन सफल हो जाता है।
मौनी अमावस्या पर ऐतिहासिक स्नान की परंपरा चली आ रही है। मोनी अमावस्या पर वाराणसी में मेला भी लगता है। मौनी अमावस्या का व्रत रखने वाले व्यक्ति को पूरे दिन मौन रहना पड़ता है। जिससे किसी के प्रति कोई कटु शब्द ना निकले। साथ-साथ स्नान का भी महत्व है।
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)