भारत के मशहूर उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर स्कॉर्पियो में जिलेटिन की छड़े मिलने और स्कॉर्पियो मालिक की मौत की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंप दी गई है। इस मामले में महाराष्ट्र एटीएस भी जांच कर रही है। और अब एक बार फिर इस मामले में केंद्र और राज्य सरकार आमने सामने आ सकती हैं। स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन की संदिग्ध मौत मामले में रविवार को महाराष्ट्र एटीएस ने एक FIR दर्ज कराई है।
हिरेन के शव की जांच के दौरान उनके चेहरे पर पांच रुमाल बंधे थे। जिसके बाद से ही इसे हत्या माना जा रहा था। पूर्व मुख्यमंत्री महाराष्ट्र नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फर्नांडिस ने इस मामले की जांच एनआईए से करवाने की मांग उठाई थी। माना जा रहा है कि इस बात पर अमल करते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जांच एनआईए को सौंपी है।
महाराष्ट्र के गृहमंत्री ने दावा किया था कि मनसुख की बॉडी पर कोई भी चोट का निशान नहीं मिला है, लेकिन जब रिपोर्ट सामने आई तब उसमें चोटों का जिक्र था। जब हिरेन की बॉडी को निकाला गया तो उसके मुंह पर पांच रुमाल बंधे थे। रुमाल बंधे मिलने के बाद आशंका जाहिर की जा रही है कि यह खुदकुशी नहीं बल्कि मर्डर भी हो सकता है।
यह है पूरा मामला- 25 फरवरी को दक्षिण मुंबई के पेडर रोड स्थित एंटीलिया के बाहर विस्फोटकों से भरी एक स्कॉर्पियो गाड़ी खड़ी मिली थी। 24 फरवरी की मध्य रात 1 बजे यह गाड़ी एंटीलिया के बाहर खड़ी की गई थी। दूसरे दिन गुरुवार को इस पर पुलिस की नजरें गई और इसमें से 20 जिलेटिन रॉड बरामद की गई थी। 5 मार्च को इसके मालिक मनसुख हिरेन का शव बरामद हुआ था। कुछ दिन पहले ही मनसुख में इस गाड़ी के गुम होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)