राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह का गुरुवार सुबह निधन हो गया है। चौधरी अजीत सिंह ने गुड़गांव के एक निजी अस्पताल में आखिरी सांस ली। वे 20 अप्रैल को ही कोरोना संक्रमित हुए थे। फेफड़ों में इंफेक्शन फैलने से उन्हें निमोनिया भी हो गया था। और पिछले 2 दिनों से उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। उनके बेटे चौधरी जंयत सिंह ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी पोस्ट शेयर करते हुए दी।
बता दें कि अजीत सिंह का दबदबा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में काफी ज्यादा था। वह जाटों के बड़े नेता माने जाते थे। वह कई बार केंद्रीय मंत्री भी रहे। पिछले 2 लोकसभा चुनाव और 2 विधानसभा चुनाव के दौरान राष्ट्रीय लोक दल का ग्राफ तेजी से गिरा है। यही वजह रही कि अजीत सिंह अपने गढ़ बागपत से भी लोकसभा चुनाव हार गए। चौधरी अजीत सिंह के पुत्र चौधरी जयंत सिंह भी मथुरा लोकसभा सीट से चुनाव हार गए थे। 17 साल तक अमेरिका में नौकरी करने के बाद चौधरी अजीत सिंह साल 1980 में अपने पिता की ओर से बनाए गए राजनीतिक पार्टी लोकदल को एक बार फिर से सक्रिय करने के लिए भारत लौट आए। और साल 1986 में चौधरी अजीत सिंह ने पहली बार राज्यसभा सदस्य के तौर पर चुने गए।
आरएलडी प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह के निधन पर देश भर के नेताओं ने शोक जताया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि “पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजीत सिंह जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। वह हमेशा किसानों के हित में समर्पित रहे। उन्होंने केंद्र के कई विभागों की जिम्मेदारियों को कुशलतापूर्वक निर्वहन किया। शोध की घड़ी में मेरी संवेदना परिजनों और प्रशंसकों के साथ है। ओम शांति।”
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव बसपा नेता मुख्यमंत्री ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया के जरिए भी चौधरी अजीत सिंह को श्रद्धांजलि दी।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)