लॉकडाउन में जमकर शराब की बिक्री हुई। आबकारी अधिकारी को शिकायत करने के बाद जांच के नाम पर शिकायत गलत बताकर मामले को रफा-दफा कर दिया जाता रहा है। लेकिन मॉडिफाई लॉकडाउन में पहले ही दिन अवैध तरीके से शराब बेचते हुए एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने दो शराब के ठेकों को रंगे हाथों पकड़ा। पुलिस गाड़ी होने के बाद भी लोहे की जालियों से शराब बेची जा रही थी। एसपी ने कोतवाली पुलिस को मौके पर बुलाया और डीईओ को डांट लगाते हुए कहा कि समझ जाओ बर्दाश्त नहीं करुंगा।
लॉकडाउन में एसपी ने दौरे नहीं किए। मॉडिफाई लॉकडाउन देखने के लिए शाम को करीब 7:15 बजे निकले थे। रानी सर्किल के पास एक शराब की दुकान पर एक छेद से ग्राहक को शराब बेची जा रही थी। एसपी ने बेचने वाले को गिरफ्तार किया। जबकि खरीदने वाले का चालान काटा। इसके बाद कुछ ही दूरी पर जाते ही नगर परिषद से पहले बाइस्कोप के सामने भी एक शराब की दुकान खुली मिली। वहां भी शराब बेचने वाले को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया।
एसपी ने खुलेआम शराब के ठेके से शराब बेचने के मामले में कोतवाली पुलिस को मौके पर बुलाया। डीओ ईएसआई केदार मौके पर पहुंचे, तो एसपी ने कहा कि मुझे लापरवाही पसंद नहीं है। जब मैं दौरे पर रहूं तो यह सब बर्दाश्त नहीं करूंगा। बेचने वालों को गिरफ्तार कर मुकदमा बनाओ। आबकारी अधिकारी से कहकर दोनों दुकानों पर कार्रवाई कराओ।
शराब कारोबारी को आबकारी अधिकारी आदराम दैया का कितना सपोर्ट है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जब एसपी की कार्रवाई की जानकारी दी तो एक बार तो चुप्पी साध ली। इसके बाद शिकायत पर सवाल किया तो बोले कि एसपी साहब ने ठेका पकड़ा है, तो सही ही होगा। एक बार उनकी कार्रवाई की जानकारी आने दो, उसके बाद देखेंगे कि क्या कार्रवाई करनी है।
इससे पहले भी शराब बेचने को लेकर कई लोगों ने ठेके पर शराब बेचने का वीडियो तैयार करते हुए इस मामले को उजागर किया और वीडियो वायरल भी किए। यहां तक कि कई अखबारों ने स्टिंग भी कर अवैध तरीके से बेची जा रही शराब का मामला उठाया था। लेकिन आबकारी अधिकारी ने कार्रवाई नहीं की। अब एसपी की आंखों के सामने करतूत उजागर होने के बाद भी कार्रवाई होती है या लीलापोती यह देखना बाकी है।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)
हर्षवर्धन शर्मा (मार्मिक धारा)