जैसलमेर, जैसलमेर पुलिस ने गुरुवार को आबकारी कार्यालय के पास कार्रवाई करते हुए जेल में बंद कैदियों के लिए स्मैक पहुंचाने वाले जेल प्रहरी को गिरफ्तार किया। विशेष टीम की सूचना पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए जेल प्रहरी रामदास मीणा के कब्जे से 1.50 ग्राम स्मैक व एक मोबाइल फोन भी अपने कब्जे में लिया है।
पुलिस के अनुसार जेल में सप्लाई होने से पहले आबकारी कार्यालय के पास जेल प्रहरी रामदास मीणा पुलिस की टीम को देखकर भागने लगा। इस पर पुलिस टीम को शक हुआ तो रामदास को पकड़ कर तलाशी ली गई। तलाशी लेने पर उसके कब्जे से 1.50 ग्राम स्मैक और एक मोबाइल बरामद हुआ।
हार्डकोर बंदी को देनी थी सप्लाई-
जेल प्रहरी रामदास मीणा से पूछताछ करने पर खुलासा हुआ कि वह स्मैक उसे कुछ समय पहले ही ओमप्रकाश पुत्र हनुमानराम विश्नोई निवासी खारा व राजूराम पुत्र बीरबलराम गोदारा, निवासी जाखासर, डूंगरगढ़, बीकानेर ने दी थी। रामदास मीणा को यह स्मैक जेल में बंद हार्डकोर बंदी जसवंत सिंह राजपूत और बंदी बलवंत राम विश्नोई को देनी थी। लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने रामदास मीणा को पकड़ लिया।
इस मामले को लेकर जेल में सुरक्षा व्यवस्था पर भी खड़े हो रहे हैं सवाल-
इस मामले में जेल में कार्यरत कर्मचारियों द्वारा ही हार्डकोर अपराधियों तक मोबाइल व नशीले पदार्थ पहुंचाने की बात स्पष्ट हो रही है। इसके साथ ही जेल में नशीले पदार्थ कब से पहुंचाए जा रहे हैं। यह सबसे बड़ा सवाल है। वही जेल प्रहरी द्वारा ही ऐसे मामलों में लिप्त होने से जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़ा हो रहा है।
पूरी चैन के लिप्त होने की आशंका है
हालांकि पुलिस द्वारा इस मामले की पूरी जांच की जा रही है। जिसमें जैसलमेर में नशीले पदार्थों की तस्करी के साथ ही जेल में बंद कैदियों तक पहुंचाने जैसा बड़ा मामला सामने आ गया है। इससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि जैसलमेर में नशीले पदार्थों की किस स्तर पर तस्करी हो रही है।
पुलिस द्वारा जेल में स्मैक पहुंचाने वाले जेल प्रहरी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। उसके कब्जे से 1.50 ग्राम स्मैक व मोबाइल पकड़ा गया है। जेल प्रहरी तक स्मैक पहुंचाने वाले दोनों आरोपियों को भी पकड़ने का प्रयास जारी है। जिससे संभावना है कि इससे पूरी चैन का पर्दाफाश हो सकेगा।
श्यामसुंदर सिंह, पुलिस उप अधीक्षक, जैसलमेर
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)