नई दिल्ली, केंद्र सरकार ने अपनी सोशल सिक्योरिटी स्कीमो का लाभ असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों तक सीधे पहुंचाने के लिए ई श्रम पोर्टल लॉन्च किया है। इस अवसर पर केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव और श्रम राज्य मंत्री रामेश्वर तेली मौजूद थे। पोर्टल के लॉन्च होने के तुरंत बाद इस पर अनऑर्गेनाइज्ड सेक्टर के वर्करों का रजिस्ट्रेशन चालू हो गया है।
अनऑर्गेनाइज सेक्टर के वर्कर इस पोर्टल पर खुद या कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) के जरिए पंजीकरण करा सकेंगे। कॉमन सर्विस सेंटर(CSC) पर इसके लिए कोई शुल्क नहीं लगेगा कॉमन सर्विस सेंटर(CSC) को हर पंजीकरण पर 20 रुपए मिलेंगे।
इस पोर्टल के उद्देश्य हैं-
सोशल सिक्योरिटी स्कीमो को लोगों तक पहुंचाना सरकार का उद्देश्य-
इस अवसर पर केंद्रीय श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव ने ई-श्रम पोर्टल का लोगो लांच किया।इस मौके पर यादव ने कहा कि यह हमारे राष्ट्र निर्माताओं हमारे श्रम योगियों का नेशनल डेटाबेस होगा इसमें सरकार का मकसद अपनी सोशल सिक्योरिटी स्कीमो को जन-जन तक पहुंचाना है।
प्रवासी मजदूर रेडी पटरी वाले घरेलू कामगार करा सकेंगे रजिस्ट्रेशन-
श्रम पोर्टल स्कीम के जरिए सरकार अन ऑर्गेनाइज्ड सेक्टर के 38 करोड़ वर्करों का डेटाबेस बनाना चाहती है। इसका मकसद केंद्र की सोशल सिक्योरिटी स्कीमो को इंटीग्रेट करना है। इस डेटाबेस में प्रवासी मजदूर, रेडी पटरी वाले, घरेलू कामगार, कंस्ट्रक्शन वर्कर, प्लेटफार्म वर्कर, खेतिहर मजदूर ,और असंगठित क्षेत्र के दूसरे वर्कर रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे।
रजिस्ट्रेशन के लिए आधार नंबर और बैंक खाते की जानकारी देना अनिवार्य
सरकार ने ही श्रम पोर्टल के साथ नेशनल टोल फ्री नंबर 14434 भी जारी किया वर्कर इस टोल फ्री नंबर पर फोन करके रजिस्ट्रेशन की जानकारी ले सकते हैं। श्रम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के लिए आधार नंबर और बैंक खाते की जानकारी देना अनिवार्य है। वर्करों को पोर्टल पर जन्मतिथि मोबाइल नंबर होम टाउन और सोशल कैटेगरी जैसी जरूरी जानकारी भी दर्ज करानी होगी।
वर्करों की डिटेल राज्य सरकारों और विभागों को भी बताई जाएगी।
रजिस्ट्रेशन कराने पर वर्करों को 12 डिजिट के यूनिक नंबर वाला ही श्रम कार्ड मिलेगा ईपीएफओ का कहना है। कि ई-श्रम कार्ड से देश के करोड़ों असंगठित कामगारों को नई पहचान मिलेगी। ई-श्रम कार्ड पूरे देश में मान्य होगा।
विकास शर्मा (मार्मिक धारा)