पंचायती राज चुनाव के नतीजों और यूपी में किसान रैली को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर की किसान महापंचायत में उमड़ी किसानों की भारी भीड़ दिखाती है कि उत्तर प्रदेश और देश का किसान भाजपा से त्रस्त हो चुका है। गहलोत ने कहा कि राजस्थान में कल आए पंचायती राज के नतीजों से साफ हो गया है कि किसानों में भाजपा के खिलाफ भारी नाराजगी है। और वह भाजपा को सबक सिखाने के मूड में है।
पहले आय दोगुनी करने का झूठा वादा और अब कृषि कानून किसानों पर थोपे-
अशोक गहलोत ने कहा कि पहले 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का झूठा वादा किया और अब किसानों को विश्वास में लिए बिना किसान विरोधी कृषि कानून थोपकर कर खेती को बड़े व्यापारियों के हवाले करने के प्रयास को किसान पूरी तरह पहचान चुके हैं। एनडीए सरकार की किसानों के प्रति सोच जगजाहिर है। समय आने पर देश के किसान भाजपा को सबक सिखाने से पीछे नहीं हटेंगे।
वहीं अब उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में डेढ़ वर्ष से लगातार अलग-अलग चरणों में चल रहे पंचायती राज चुनाव के नतीजों के आंकड़े को तो झूठलाया नहीं जा सकता। अब तक भाजपा के 14 जिला प्रमुख बने हैं। पहले चरण में भाजपा के 446 और दूसरे चरण में 90 जिला परिषद सदस्य यानी कुल 535 जिला परिषद सदस्यों ने विजय हासिल की है। वहीं कांग्रेस ने मात्र 5 जिला प्रमुख व पहले चरण में 352 व दूसरे चरण में 99 जिला परिषद सदस्य यानी कुल 451 सदस्य ही जीते हैं।
कांग्रेस का छटा अभियान ज्यादा टिकने वाला नहीं है- राजेंद्र राठौड़-
उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि शायद मुख्यमंत्री की गणित कमजोर है। इसलिए कांग्रेस की हार भी उनको जीत नजर आती है। सरकारी तंत्र का गलत इस्तेमाल कर दूसरे चरण में भाजपा से मामूली बढ़त व कुल हुए मतदान में मात्र 35 प्रतिशत मत लेकर कांग्रेस का यह छठा अभियान ज्यादा टिकने वाला नहीं है।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)