जयपुर में श्री हिंदू अनाथ आश्रम में रहने वाले 8 से 10 साल के बच्चों से कुकर्म करने के मामले में कोतवाली थाना पुलिस ने दो नाबालिग को डिटेन किया है। इनकी उम्र करीब 16 से 17 वर्ष बताई जा रही है। दोनों को बाल सुधार गृह भेजा जाएगा। प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया कि आश्रम में 2 महीने पहले से बच्चों के साथ छेड़छाड़ और गंदी हरकतें हो रही थी। इन बच्चों के साथ रैगिंग के नाम पर गंदी हरकतें शुरू की गई। इसके बाद दो नाबालिग से कुकर्म करना शुरू कर दिया।
फिलहाल पीड़ित बच्चों के बयानों के आधार पर दो नाबालिगों को निरूद्ध कर दिया गया है। उनके खिलाफ चाइल्ड लाइन की काउंसलर शांति बेरवाल ने बुधवार को कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। इसकी जांच थाना प्रभारी ओमप्रकाश मातवा कर रहे हैं। पुलिस ने बाल कल्याण समिति और चाइल्डलाइन की मदद से आश्रम में मौजूद बालकों को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया है। गुरुवार को भी पांच से छह बालकों को आश्रम से शिफ्ट किया गया। जिनकी उम्र करीब 15 से 16 साल थी।
बच्चों को धमकाते थे सीनियर-
प्रारंभिक जांच में सामने आया कि 2 महीने पहले एक 16 साल का नाबालिक इस आश्रम में आया था। जब उसे पता चला कि यहां छोटी उम्र के बच्चे हैं तो एक और नाबालिग को यहां ले आया। इसके बाद दोनों अपने से कम उम्र के बच्चों को धमकाते और कहते कि हम तुम्हारे सीनियर हैं। सीनियर बताते हुए रैगिंग के बहाने गंदी हरकत करना शुरू कर दिया। इसके बाद दूसरे बच्चों को भी परेशान करने लगे। यह इन बच्चों को डरा कर रखते थे। इसके बाद 8 बच्चों के साथ कुकर्म किया।
96 साल पहले जयपुर के नाटाणियों के रास्ते में खोला गया था आश्रम-
बता दी कि जयपुर के त्रिपोलिया बाजार स्थित नाटाणियों के रास्ते में वर्ष 1925 में श्री हिंदू अनाथ आश्रम खोला गया था। एक निजी ट्रस्ट बनाकर प्रबंध समिति के लोग इस आश्रम को संचालित कर रहे थे। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि आश्रम में प्रबंधन की लापरवाही की वजह से ऐसा वाकया सामने आया है। यहां सिक्योरिटी गार्ड नहीं था। बाहरी लोगों की बेरोकटोक आवाजाही थी। शराब के सेवन की भी बातें सामने आई है। जिसकी पुष्टि करने में पुलिस जुटी है।
19 बच्चे अनाथ आश्रम में रहते थे, इनमें से 8 बच्चों के साथ हुआ गंदा काम-
चाइल्डलाइन की काउंसलर शांति बेरवाल से बातचीत में सामने आया कि आश्रम में भरतपुर, दौसा, अजमेर, जयपुर और अन्य जगहों के करीब 19 बच्चे रह रहे थे। प्रारंभिक जानकारी में आश्रम में मौजूद 8 से 10 साल की उम्र के 8 बच्चों के साथ गलत हरकते होने का पता चला है। धनतेरस पर शराब पीकर डांस पार्टी भी की गई थी।
आश्रम में रह चुके युवक दीपावली पर बच्चों से मिलने आए तब बताई आपबीती-
एडिशनल डीसीपी धर्मेंद्र सागर के मुताबिक आश्रम में 18 साल की उम्र होने पर बाहर जा चुके कुछ युवक यहां आए थे। उन्होंने आश्रम में रहने वाले छोटे बच्चों से बातचीत की तो बड़े लड़कों द्वारा गंदी हरकतें करने की बात कही। तब उन युवकों ने बच्चों से बातचीत का वीडियो बना लिया। उसे बाल आयोग में किसी को भेज दिया। यह वीडियो बाल आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल तक पहुंचा। तब बेनीवाल ने बुधवार को एक टीम गठित कर आश्रम भेजी। इसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ और मुकदमा दर्ज कराया गया।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)