अलवर, नगर परिषद सभापति बीना गुप्ता व उसके बेटे कुलदीप गुप्ता को एसीबी ने 80 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। जब एसीबी सभापति बिना गुप्ता व उसके टीचर बेटे कुलदीप को गिरफ्तार कर ले जाने लगी तो सभापति ने कहा कि “आएंगे जाएंगे क्या है जमानत होती रहती है। हम नेता हैं।”
सभापति को एसीबी ले जाने लगी तो वह यह भी बोली कि हमें फंसाया गया है। 1 लाख 70 हजार रुपए का चेक ऑक्शनर को देना था। उसके लिए कोई 1 लाख रुपए रिश्वत दे सकता है। क्या हमें फंसाया गया है। यह सरासर गलत है। कुछ होता तो घर में मिलता, हमारे घर में कुछ नहीं मिला है। शुरू से फसाने की कोशिश होती रही है।
सभापति और उसके बेटे को 80 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। ऑक्शनर से 3 लाख 50 हजार रूपए रिश्वत मांगी गई थी। घर पर बुलाकर 1 लाख 70 हजार रुपए का चेक दिया गया। उसी समय 80 हजार रुपए की रिश्वत ली गई। इससे पहले 1 लाख 30 हजार रुपए रिश्वत ली जा चुकी थी।
सभापति के घर आधा किलो सोना और 2 किलो चांदी भी मिली-
नगर परिषद सभापति बिना गुप्ता के घर से सर्च में आधा किलो सोना और 2 किलो चांदी भी मिली है। देर शाम तक केवल 50 हजार रुपए नकदी मिली थी। लेकिन कई बैंक खाते, लॉकर के दस्तावेज मिले हैं। उनकी जांच के बाद पूरी संपत्ति का पता लगेगा।
कार्रवाई के बीच में ही पहुंचे जिला प्रमुख-
सोमवार देर शाम को सभापति बीना गुप्ता के घर पर एसीबी की कार्रवाई के बीच में जिला प्रमुख बलवीर छिल्लर भी पहुंच गए। पहले तो एसीबी ने उनको अंदर जाने से रोक दिया। करीब 20 मिनट बाद अंदर जाने की अनुमति दे दी गई। इस मामले में एसीबी के अधिकारियों ने बताया कि कर्टसी के नाते सभापति से मिलने दिया गया है। जो अनुमति लेकर ही अंदर आए हैं। जबकि इससे पहले किसी को अंदर प्रवेश नहीं दिया गया।
जिला प्रमुख का कहना है फसाया जा रहा है-
जिला प्रमुख बलवीर छिल्लर ने कहा कि मुझे सूचना मिली थी कि सभापति के घर पर कोई मामला हो गया है। यह पता लगते ही मैं घर पहुंचा। यहां मुझे अंदर जाने से मना कर दिया गया। यह कहा कि अंदर कार्रवाई चल रही है। आप नहीं जा सकते। लेकिन कुछ देर बाद में जिला प्रमुख सभापति के घर में चले गए। जिला प्रमुख ने कहा कि मुझे लगता है सभापति को फंसाया गया है। गोल्ड तो हर किसी के घर में मिलता है।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)