जयपुर, जयपुर में नकाबपोश बदमाशों ने कुरियर एजेंट बनकर लूट की बड़ी वारदात को अंजाम दिया। रविवार रात तीन लुटेरे किराना व्यापारी के घर में घुस गए। हथियारों के बल पर पत्नी और बहू को बंधक बनाया और मारपीट कर तिजोरी की चाबी छीन ली। इनकार करने पर 8 महीने के बच्चे को गन पॉइंट पर ले लिया और चाबी मिलने के बाद करीब 20 लाख रुपए कीमत के सोने चांदी के आभूषण लूटकर भाग निकले।
देर रात वारदात की जानकारी मिलने पर फागी पुलिस और उच्च अधिकारी मौके पर पहुंचे। लूट के विरोध में सोमवार को व्यापारियों ने दुकानें बंद रखी और बाजार बंद कर दिए। गुस्साए कारोबारियों ने फागी थाने पर धरना प्रदर्शन भी दिया। दूदू एसीपी अशोक कुमार चौहान के समझाने पर व्यापारियों ने दोपहर बाद धरना समाप्त कर दिया। पुलिस ने लुटेरों की एक बाइक जब्त की है। करीब 15 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। वारदात में किसी स्थानीय व्यक्ति का हाथ होने का भी शक है। ऐसे में पुलिस का दावा है कि अगले 24 घंटे में लुटेरे गिरफ्तार किए जाएंगे।
रात 9 बजे कुरियर कंपनी का कर्मचारी बनकर घर में घुसे लुटेरे-
फागी पुलिस के मुताबिक लूट की वारदात फागी निवासी सुरेंद्र कुमार पंसारी के घर में हुई है। उनका कस्बे के ही बाजार में किराने का व्यवसाय है। 12 दिसंबर की रात सुरेंद्र और उनका बेटा अपनी दुकान पर थे। करीब 9:30 बजे एक लुटेरा सुरेंद्र प्रसाद के घर पहुंचा और उसने दरवाजा खटखटाया। तब सुरेंद्र पंसारी की पत्नी आरती ने दरवाजा खोला।
लुटेरे ने खुद को कोरियर कंपनी का कर्मचारी बताते हुए एक लिफाफा देने के बहाने आरती को बातों में उलझा लिया। तभी दीवार की आड़ में छिपे दो और नकाबपोश लुटेरे वहां आ गए। वे तीनों आरती जैन को धकेलते हुए घर के अंदर घुस गए और दरवाजा बंद कर लिया। लुटेरों ने आरती, बहु दीपा पर रिवाल्वर तान दी। जेवर और रुपए के बारे में पूछने लगे। उन्होंने तिजोरी व अलमारी की चाबी भी मांगी।
चाबी देने से मना किया तो पोते पर तान दी पिस्तौल-
सास बहू ने लुटेरों को चाबी देने से इंकार कर दिया तो लुटेरों ने दीपा की गोद में मौजूद 8 महीने के बेटे की कनपटी पर पिस्तौल तान दी। दीपा की सास ने तुरंत चाबी बदमाशों को सौंप दी। घर में करीब 25 तोले सोने के आभूषण, चांदी और गहने लूटकर बैग में भरकर लुटेरे भाग गए। घटना के बाद आरती ने बाजार में मौजूद पति को फोन पर सूचना दी। उसके बाद फागी पुलिस मौके पर पहुंची।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)