बाड़मेर, जिले के पचपदरा में हुए भयानक सड़क हादसे में 5 माह की बच्ची सहित 12 लोगों की मौत हो गई और 38 लोग घायल हुए। एक न्यूज़ मीडिया से बातचीत में घायलों ने हादसे की भयावह स्थिति बताई। एक मां ने अपनी 6 साल की बेटी को तो बचा लिया लेकिन 5 माह की बेटी उसी की आंखों के सामने जिंदा जल गई।
घायल महिला सखी ने बताया कि मैं बुधवार की सुबह बालोतरा से जोधपुर पीहर जाने के लिए बस में बैठी थी, मेरा मन जोधपुर जाने का नहीं कर रहा था लेकिन फिर भी मैं बस में बैठ गई। बस सवारियों से खचाखच भरी हुई थी।
बालोतरा से बस रवाना होकर करीब 15-20 किलोमीटर दूर भांडियावास पहुंची ही थी कि अचानक सामने से आ रहे ट्रेलर ने टक्कर मार दी। बस में अचानक आग लगने से सवारियों में भगदड़ मच गई। सवारिया एक दूसरे पर गिर गई। कई तो भिड़ंत की वजह से घायल हो गए।
सखी ने बताया कि इससे पहले कि लोग संभलते बस के अगले हिस्से में लगी आग फैलने लगी। तभी बाहर से कुछ लोग मदद करने के लिए आए और पत्थरों से बस के शीशे तोड़े, लेकिन सवारिया ज्यादा होने के कारण निकलने की जगह कम थी। आग बढ़ती जा रही थी। तब मैंने खिड़की का कांच अपने पैर व अन्य सामान से तोड़कर पहले अपनी बड़ी बेटी को बाहर खड़े लोगों को दिया। मेरे साथ 5 माह की बच्ची थी जिसे ढूंढने लगी, मेरी आंखों के सामने ही वह जिंदा जल गई।
आग को बढ़ता देख कर मैं खिड़की की और बड़ी, तब नीचे खड़े लोगों ने सुरक्षित बाहर निकाला। टैक्सी से मुझे और मेरी बेटी को अस्पताल पहुंचाया गया। सखी ने बताया कि हादसे के समय ना तो एंबुलेंस पहुंची थी, ना ही प्रशासन।
हादसे में जिंदा बचे अंबाराम ने बताया कि उसे बालोतरा से जोधपुर जाना था। लंबा सफर होने के कारण वह बस की स्लीपर में सो गया। कुछ ही देर बाद जोर से भिड़ंत होने की आवाज आई। मेरे सिर और पैर में चोट लग गई। मेरे सिर से खून आने लगा, स्लीपर कोच से नीचे की तरफ देखा तो बस में अफरा-तफरी मची हुई थी। मैं जैसे तैसे बस से नीचे उतरा तो देखा लोगों की मदद करने वाले कम ही लोग थे। वीडियो बनाने वालों की संख्या ज्यादा थी। कुछ लोग लोगों को बाहर निकाल रहे थे। बस पूरी तरह भरी हुई थी, इसलिए सभी लोग निकल नहीं पाए।
हादसे में 12 लोगों की हुई मौत-
बालोतरा के राजकीय अस्पताल में 38 घायलों को भर्ती किया गया था। इनमें से 17 गंभीर घायलों को जोधपुर व अन्य जगह रेफर कर दिया गया। 10 मरीज अलग-अलग प्राइवेट अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं छह घायलों का प्राथमिक उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया।
गौरतलब है कि बुधवार की सुबह भांडियावास गांव में संस्कार स्कूल के पास हुई आमने-सामने की टक्कर के बाद बस और ट्रेलर में आग लग गई। इसमें 12 लोग जिंदा जल गए। हादसे की वजह 2 ट्रेलर ओवरटेक कर रहे थे। जानकारी में सामने आया कि बस गुजरात से आई थी, जिसमें जालौर, बीकानेर के साथ-साथ बाड़मेर जिले के बालोतरा, सिवाना और आसपास की सवारियां भी थी। बस में सवार लोगों की संख्या 30 से ऊपर बताई जा रही है।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)