राजस्थान के अजमेर में उपनगरीय मदार रेलवे स्टेशन पर रविवार करीब रात एक बजे लोको पायलट नानक और असिस्टेंट लोको पायलट सुआ लाल में झगडा हुआ जिस वजह से दोनों होम सिग्नल पर ब्रेक लगाना ही भूल गये और साबरमती-आगरा केंट गाड़ी संख्या 12548 का इंजन और चार कोच मालगाड़ी से टकरा गये |
बताया जा रहा है की लोको पायलट नानक और असिस्टेंट लोको पायलट सुआ लाल के बिच ट्रेन की स्पीड को लेकर बहस हुए जिसने झगडे का रूप ले लिया और दोनों होम सिग्नल पर ब्रेक लगाना भूल गये और 90 किमी. की स्पीड पर इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए जिससे पास से गुजर रही मालगाडी से ट्रेन का का कुछ हिस्सा टकरा गया जिससे इंजन और चार कोच बेपटरी हो गये |इस हादसे के समय साबरमती-आगरा केंट ट्रेन को लोको पायलट नानक और असिस्टेंट लोको पायलट सुआ लाल चला रहे थे | हादसे के कारन रेलगाड़ी के चार डिब्बे पटरी से उतर गये जिससे ट्रेन में बेठे लोगो में हडकंप मच गया यात्री ट्रेन से कूदकर बाहर भागने लगे | इस हादसे से कोई जनहानि नही हुई |
इसपर लोको पायलट नानक का कहना है की वह अजमेर से ट्रेन लेकर 12.59 बजे निकले थे | सभी सिग्नल सही से मिल रहे थे | फाटक के बाद की स्पीड लिमिट 50 है फिर स्पीड 90 कर दी | असिस्टेंट लोको पायलट सुआ लाल ने उन्हें रोका | मालगाड़ी होम सिग्नल से आगे जा रही थी | तो उन्होंने इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए परन्तु ट्रेन और मालगाड़ी की टक्का ढ़ोकर तेन बेपटरी हो गयी |
इस पर असिस्टेंट लोको पायलट सुआ लाल का कहना है की इतने दिन 50 किमी. स्पीड से गाड़ी चला रहे हैं परन्तु ये स्पीड 90 किमी. कब हुआ ये मेरे संज्ञान में नहीं है | में उन्हें बता रहा था पर उन्होंने मेरी बात ही नही सुनी |
यात्रियों को हादसे के बाद अपने गंतव्य स्थान पर जाने के लिए अन्य स्टेशनों पर सड़क मार्गो से पहुचाया गया | दुर्घटना में दो यात्रियों को मामूली चोटें आईं। उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया है |