राजस्थान के बीकानेर के सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के नर्सिंग कॉलेज में पढ़ने वाली स्टूडेंट आयुष के सुसाइड के बाद हॉस्टल मैनेजमेंट पर ही सवाल खड़े हो रहे हैं। आयुष और उसकी रूममेट चंदा प्रजापत के बीच लंबे अरसे से विवाद चल रहा था। कॉलेज प्रशासन ने दोनों के बीच सुलह करवाने की बजाय उन्हें जबरन साथ रहने के लिए मजबूर किया। इससे परेशान होकर आयुष ने सुसाइड कर लिया।
आयुष के पिता मुकेश का आरोप है कि चंदा प्रजापत और कोटपूतली निवासी नाहर सिंह ने मिलकर आयुष को इतना परेशान किया कि उसने सुसाइड कर लिया। वह पिछले लंबे समय से इन दोनों के कारण तनाव में थी। उसने फोन करके पहले बताया था कि वह सुसाइड कर रही है। फिर हॉस्टल के कमरे में फंदा लगा लिया। पुलिस ने सुसाइड के लिए उकसाने के आरोप में चंदा प्रजापत और नाहर सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
आइए जाने क्या है विवाद-
नाहर सिंह रावत को आयुष के पिता मुकेश ही एक बार बीकानेर लेकर आए थे। वह किराए की कार चलाता है। नाहर ने इस दौरान चंदा और आयुष दोनों के नंबर ले लिए। वही चंदा को लेकर शिकायत थी कि वह देर रात तक तेज लाइट लगाकर पड़ती है। लेकिन आयुष को इससे दिक्कत होती है। आयुष को माइग्रेन की शिकायत थी। दोनों के बीच विवाद बढ़ता गया और कई तरह की शिकायतें होती रही।
फांसी लगाने से पहले किया था वीडियो कॉल-
आयुष ने फांसी लगाने से पहले नाहर सिंह और चंदा प्रजापत को वीडियो कॉल किया था। इसकी पुष्टि कॉल रिकॉर्ड में हो रही है। कॉल के दौरान आयुष ने चंदा और नाहर को क्या कहा, इसका पता या लगा जा रहा है। चंदा को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। जबकि नाहर सिंह को हिरासत में लेने के लिए पुलिस दल कोटपूतली गया है। फिलहाल दोनों की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन कुछ अंदेशा लगा तो आज गिरफ्तारी भी हो सकती है।
अब बन गई जांच कमेटी-
आयुष और चंदा के बीच चल रहे लंबे विवाद को निपटाने के लिए कॉलेज प्रबंधन के पास समय नहीं था, लेकिन अब उसकी मौत को लेकर जांच कमेटी का गठन कर दिया गया है। पीबीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ परमेंद्र सिरोही ने बताया कि जांच कमेटी में डॉक्टर रेखा अचार्य, डॉक्टर संजय बुरी, एल ए रहमान और नर्सिंग अधीक्षक को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)