उपचुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने ही अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। कांग्रेस ने वल्लभनगर से प्रीति शक्तावत और धरियावद से नगराज मीणा को टिकट दिया है। वहीं बीजेपी ने वल्लभनगर से हिम्मत सिंह झाला और धरियावद से खेत सिंह मीणा को टिकट दिया है। दोनों पार्टियों के टिकट तय होने के साथ ही दोनों पार्टियों में बगावत भी शुरू हो गई है।
दोनों पार्टियों से दोनों सीटों पर टिकट मांग रहे अन्य दावेदारों ने पार्टियों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। वल्लभनगर से कांग्रेस की टिकट की मांग कर रहे गजेंद्र सिंह शक्तावत के बड़े भाई देवेंद्र शक्तावत ने टिकट तय होने के बाद कहा कि वह अपने स्टैंड पर कायम रहेंगे। देवेंद्र सिंह के लिए गुलाब सिंह शक्तावत मेवाड़ कांग्रेस नाम से अलग पार्टी का गठन भी कर सकते हैं।
इधर भाजपा से धरियावद में खेत सिंह मीणा को टिकट दिए जाने के बाद पूर्व विधायक गौतम लाल मीणा के पुत्र और टिकट के प्रबल दावेदार कन्हैया मीना के समर्थक उनके घर इकट्ठे हो गए हैं। लगभग दो हजार से ज्यादा समर्थकों ने लसाडिया में कन्हैया मीणा के घर आकर जबरदस्त नारेबाजी की। समर्थकों का कहना है कि अगर परिवारवाद के चलते कन्हैया को टिकट नहीं दिया है तो राजसमंद में पूर्व विधायक किरण माहेश्वरी की बेटी दीप्ति माहेश्वरी को टिकट क्यों दिया गया था?
नाथू लाल मीणा लड़ेंगे निर्दलीय चुनाव-
इधर धरियावद कांग्रेस में भी बवाल शुरू हो गया है। यहां से कांग्रेस का टिकट तय होने के बाद प्रत्याशी नाथू लाल मीणा ने निर्दलीय नामांकन भरने का निर्णय लिया है। उन्होंने टिकट तय होने के कुछ देर बाद ही नामांकन दाखिल कर दिया। वही उम्मीद की जा रही है कि बीजेपी के कन्हैया मीणा भी नामांकन दाखिल भर सकते हैं। हालांकि इस पर अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।
भिंडर और उनकी पत्नी दीपेंद्र ने भी नामांकन भरा-
इधर वल्लभनगर से जनता सेना के रणधीर सिंह भिंडर और उनकी पत्नी दीपेंद्र कुंवर ने नामांकन भर दिया है। दोनों ने निर्दलीय नामांकन भरा है। दोनों कांग्रेस और बीजेपी के टिकट तय होने का इंतजार कर रहे थे। अब दोनों पार्टियों से टिकट तय होने के बाद देखना होगा कि दोनों में से कौन नाम वापस लेता है। बता दें कि रणधीर सिंह भींडर की पत्नी दीपेंद्र भाजपा में है।
अजय सिंह भाटी (मार्मिक धारा)